हर घड़ी कुछ हुनर चाहिए बाजार में रहने के लिए....
जोधपुरPublished: Nov 13, 2022 11:18:16 am
ऑल इंडिया मुशायरा में शाइरों ने नज्म, गजलें और शेर प्रस्तुत कर बटोरी दाद


हर घड़ी कुछ हुनर चाहिए बाजार में रहने के लिए....
जोधपुर. राजस्थान उर्दू अकादमी और कला साहित्य संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की ओर से शनिवार रात को मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में ऑल इंडिया मुशायरा का आयोजन किया गया। ऑल इंडिया मुशायरा में देश के विभिन्न हिस्साें से आए शाइरों ने राजनीति, इश्क , जज्बात , इबादत और जुदाई जैसे विषयों पर अपने शेर , नज्म और गजलें पेश कर खूब तालियां बटोरी। अंतरराष्ट्रीय शाइर शीन काफ निजाम ने अपने कलाम से सुधि श्रोताओं की खूब दाद लूटी। शाइर शकील आज़मी ने कार्यक्रम का आगाज हर घड़ी चश्मे खरीदार में रहने के लिए...कुछ हुनर चाहिए बाजार में रहने के लिए... अब तो बदनामी से शोहरत का वह रिश्ता है कि लोग नंगे हो जाते हैं अखबार में रहने के लिए..... से की। अजीज़ नबील ने अपनी नज्म जाने किन राहों से इस शहर में लाया गया हूं ऐसा लगता है यहां पहले भी आया गया हूं.....प्रस्तुत कर अपने जज्बात व्यक्त किए। मलका नसीम ने अहले दानिश को इसी बात की हैरानी है शहर कागज का है शोलो की निगहबानी है.... प्रस्तुत किया। शाइर आदिल रजा मंसूरी ने बहुत सोचा जुदा होने से पहले मैं किसका था तेरा होने से पहले....प्रस्तुत कर दाद बटोरी। डॉक्टर निसार रही ने अबकी बारिश तो बहुत खूब हुई है लेकिन देखना यह है की होता कैसा है जमाना .... और डॉ अरशद अब्दुल हमीद ने आप चाहे तो सियासत पर भरोसा कर ले... आप चाहे तो समझदार भी हो सकते हैं ...कलाम पेश कर भ्रष्टाचार और राजनीति के शिकार होते युवाओं पर कटाक्ष किया। कार्यक्रम का संचालन कलीम कैसर ने किया प्रारंभ में सचिव मौअज्जम अली ने अकादमी की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी अध्यक्ष हुसैन रजा ने आभार जताया। इश्राकुल इस्लाम माहिर, सालीम सलीम, मोईद रशीदी, मोहम्मद अफजल जोधपुरी,नुसरत अतीक, सरफराज शाकिर, अज्म शाकिरी, आदिल रशीद, वसीम बैलिम, शबनम अशाई, राजेश रेड्डी, मदन मोहन दानिश ने भी कलाम पेश किए। मुख्य अतिथि जस्टिस एनएन माथुर तथा विशिष्ट अतिथि डॉ दिलीप कछवाहा प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज थे । कार्यक्रम के प्रारंभ में अकादमी के अध्यक्ष हुसैन रजा खान और सचिव मौअज़्जम अली तथा मेहमानों और कार्यक्रम अध्यक्ष ने शमा रोशन कर कार्यक्रम का आगाज किया।