जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन में करीब 500 बेड का क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया। यहां पहला बैच 15 मार्च को आया, जिसमें दो विमानों से 236 भारतीय पहुंचे। इसके बाद 16 मार्च से 53 और 18 मार्च से 195 भारतीय और आए। कुल मिलाकर 284 भारतीय पिछले करीब एक पखवाड़े से साथ में रह रहे हैं। इनको यहां तीन कैटेगरी में पास-पास स्थित तीन इमारतों में साथ में रखा जा रहा है। बुजुर्ग एक साथ, युवा एक साथ और एक परिवार के लोग एक साथ रह रहे हैं। ये सभी लोग विमान में भी एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। ऐसे में इन सभी में संक्रमण का खतरा है। संभवत: इन सभी को अब अगले कुछ दिनों के लिए फिर से क्वारेंटाइन में रखा जा सकता है।
सेना की ओर से हरियाणा के मानेसर, एयरफोर्स के हिंडन और नेवी के मुंबई स्थित घाटकोपर क्वारेंटाइन सेंटर स्थापित करने के बाद जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन देश का चौथा क्वारेंटाइन सेंटर था। यहां ईरान की राजधानी तेहरान और पवित्र शहर क्योम में फंसे भारतीयों को लाया गया। इन भारतीयों में करीब आधे तीर्थयात्री और आधे विद्यार्थी हैं।