सूत्रों के अनुसार सेना की 12 गार्डस के लांस नायक मूलत: मध्यप्रदेश के रवि वर्मा और ओडिशा निवासी कुक विचित्र बेहरा पोकरण में अकेले रहते थे। इनकी आइएसआइ की फील्ड यूनिट की एक महिला से फेसबुक ( Facebook ) पर पहचान हुई।
आइएसआइ की महिला नाम के हिसाब से पंजाबी लगती थी। उसने पाकिस्तान में रहते हुए भारतीय नंबर से जवानों को इंटरनेट कॉल यानी वीओआइपी (वॉइस ऑन इंटरनेट प्रोटोकॉल) किया। भारतीय नंबर देख जवान झांसे में आ गए।
महिला दोनों से फेसबुक मैसेंजर और वाट्सऐप के जरिए बातें करती थी। इसी दौरान दोनों ने इस महिला के जरिए जैसलमेर में सेना की तैनाती, उपकरण, युद्धाभ्यास और अफसरों के मूवमेंट की सूचनाएं साझा की। इसकी एवज में दोनों के बैंक खातों में 5000 रुपए जमा कराना भी सामने आया है।
राज्य की गुप्तचर एजेंसियों ने पुख्ता सूचना और पड़ताल के बाद दोनों जवानों को हिरासत में लिया है। प्रारंभिक तौर पर हनी ट्र्रैप का मामला सामने आया है। जयपुर में विस्तृत पूछताछ के बाद अन्य तथ्य उजागर हो सकते हैं।
– उमेश मिश्रा, अतिरिक्त महानिदेशक, इंटेलिजेंस राजस्थान