दरअसल, 13 अप्रेल को नवरात्रि स्थापना, 14 अप्रेल को माहे रमजान व 15 अप्रेल को गणगौर का पर्व मनाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के बीच इन तीनों पर्व के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों व शांति समिति व सीएलजी सदस्यों के साथ गणमान्य लोगों की बैठक हुई। सभी ने तीनों पर्व पर कोई आयोजन न करने पर सहमति जताई। घरों में रहकर तीनों पर्व मनाने का निर्णय किया गया। बैठक में निम्नलिखित बिन्दुओं पर सभी ने सहमति व्यक्त की :-
– सभी थानाधिकारी संबंधित मोहल्लों में मौजिज व्यक्तियों की बैठक लेकर कोवि-19 की गाइड लाइन की पालना कराएंगे।
– सभी थानाधिकारी संबंधित मोहल्लों में मौजिज व्यक्तियों की बैठक लेकर कोवि-19 की गाइड लाइन की पालना कराएंगे।
– सरकारी आदेश व निर्देशों की सख्ती से पालना कराई होगी।
– तीनों पर्व घरों में रहकर मनाए जाएंगे। पर्व के मद्देनजर बाहर से गांव आने वाले लोगों की कोविड-19 जांच कराने और कम से कम संख्या में एकत्रित होने के लिए समझाइश की गई।
– तीनों पर्व घरों में रहकर मनाए जाएंगे। पर्व के मद्देनजर बाहर से गांव आने वाले लोगों की कोविड-19 जांच कराने और कम से कम संख्या में एकत्रित होने के लिए समझाइश की गई।
– थानाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में लोगों से घरों से बाहर न निकलने के लिए समझाइश करेंगे।
– नवरात्रि के दौरान आरती के दौरान क्षेत्र के मंदिरों में अधिक भीड़ नहीं होगी। – रमजान के दौरान रात को इशा की नमजा के बाद पढ़ी जाने वाली तराबी की रमाज में अधिक संख्या में भीड़ नहीं होगी।
– नमाज के बाद सड़कों पर खेलने निकलने वाले बच्चों पर निगरानी रखी जाएगी।
– नवरात्रि के दौरान आरती के दौरान क्षेत्र के मंदिरों में अधिक भीड़ नहीं होगी। – रमजान के दौरान रात को इशा की नमजा के बाद पढ़ी जाने वाली तराबी की रमाज में अधिक संख्या में भीड़ नहीं होगी।
– नमाज के बाद सड़कों पर खेलने निकलने वाले बच्चों पर निगरानी रखी जाएगी।