हत्या के पीछे यह हो सकती है वजह
मृतक के पिता नेमाराम सालों से बोरूंदा में चूने भट्टे पर काम कर रहे हैं। चरणसिंह उर्फ सुशील (२६) की शादी चूना भट्टा मालिक की पुत्री से कर दी गई थी, लेकिन गौना नहीं हुआ था। कुछ वर्ष पहले चूना भट्टा मालिक को लकवा हुआ तो नेमाराम ने कामकाज संभालना शुरू किया। धीरे-धीरे उसने पूरे भट्टे पर एकाधिकार कर लिया था। मालिक के पुत्र व चार पुत्रियां हैं। जो भट्टे का मालिकाना हक लेने का प्रयास कर रहे थे। इसको लेकर दोनों परिवारों में विवाद होना शुरू हो गया था। घरवाले मृतक का गौना करवाना चाहते थे, लेकिन ससुराल वाले गौने से पहले अपने चूने भट्टे को पुत्री के नाम करवाना चाहते थे। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) धर्मेन्द्रसिंह ने पारिवारिक विवाद में हत्या की आशंका जताते हुए कहा कि जांच की जा रही है। साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।