महापौर घनश्याम ओझा ने बताया कि रोड स्वीपिंग मशीन की फाइनल बीड शुक्रवार को खुल जाएगी। महापौर ने बताया कि विकास कार्यों को लेकर दो दिन पूर्व ही तकनीकी अधिकारियों की बैठक ली गई है। जो टैंडर पूर्व में खुलने थे, उन पर भी कार्य होगा। उधर रोड स्वीपिंग मशीन पर सालाना 4 करोड़ रुपए 20 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। फिलहाल निगम ने इसको लेकर ढाई-तीन माह पूर्व ही टेक्निकल बीड खोल दी थी। जिसमें दो फर्में आई थीं।
महापौर ओझा ने बताया कि भीतरी शहर में सीवरेज की समस्या को दुरुस्त करवाने के लिए तीन नई सीवरेज जेट मशीनें खरीदी जाएंगी। इनकी लागत 1 करोड़ 60 लाख रुपए है। जिनकी क्षमता 10 टन है। इनमें से एक मशीन तो एक माह के भीतर आ जाएगी। अन्य दो मशीनें दो-ढाई माह के भीतर आएगी। डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए निगम अब री-टैंडर लगाएगा। इनमें से 9 वार्ड के टैंडर हो चुके हैं, शेष 56 वार्डों के लिए निगम फिर टैंडर लगाएगा।