कम्प्यूटर, इंटरनेट, ऑन लाइन खरीदारी का प्रचलन के बढऩे के बावजूद लेन देन का हिसाब रखने वाले परम्परागत बही खाते का क्रेज आज भी बरकरार है। दीपावली पर परम्परागत रूप से बही खातों पर पूजन कर नई बहियां रखने का रिवाज है। दीपावली को परम्परागत पूजन भी बहियों का होता है ना कि कम्प्यूटर अथवा लेपटॉप का।
जोधपुर•Oct 20, 2019 / 04:39 pm•
Harshwardhan bhati
संचार क्रांति के बावजूद बही का क्रेज आज भी वही