scriptजोधपुर के कृष्ण मंदिरों व घरों में मनेगा कान्हा का जन्मोत्सव | Kanha's birthday will be celebrated tomorrow in Krishna temples | Patrika News

जोधपुर के कृष्ण मंदिरों व घरों में मनेगा कान्हा का जन्मोत्सव

locationजोधपुरPublished: Aug 10, 2020 11:01:02 pm

Submitted by:

Nandkishor Sharma

 
कृष्ण जन्मोत्सव पर 27 साल बाद बुधाष्टमी व सर्वार्थसिद्धि योग

जोधपुर के कृष्ण मंदिरों व घरों में मनेगा कान्हा का जन्मोत्सव

जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में जोधपुर के गीता भवन के बाहर ठाकुरजी के श्रृंगार बालगोपाल और पूजन सामग्री खरीदती महिलाएं। फ़ोटो -मनोज सैन

जोधपुर . भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव जन्माष्टमी पर्व जोधपुर के सभी प्रमुख कृष्ण मंदिरों में बुधवार को मनाया जाएगा । इस बार अष्टमी तिथि दो दिन मंगलवार और बुधवार को विद्यमान रहेगी। पं. ओमदत्त शंकर ने बताया की अष्टमी तिथि मंगलवार सुबह 9.07 बजे से शुरू होकर बुधवार सुबह 11.16 बजे तक रहेगी। इस बार उदित तिथि में अष्टमी के साथ सुबह 6.03 बजे सर्वार्थ और अमृतसिद्धि योग गुरुवार सुबह तक विद्यमान रहने से जन्माष्टमी पर्व बुधवार को मनाना शुभ और फलदायी रहेगा । कटला बाजार स्थित कुंज बिहारी मंदिर, चौपासनी श्याम मनोहर प्रभु मंदिर में केवल पुजारियों की ओर से बुधवार को जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण मंदिरों के कपाट दर्शनार्थियों के लिए बंद होने से वैष्णव भक्त घरों में ही ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक कर जन्मोत्सव मनाएंगे। शहर के प्रमुख पूजन सामग्री प्रतिष्ठानों के बाहर लगे अस्थाई स्टॉलों पर लड्डू गोपाल, बाल गोपाल, ठाकुरजी के झूले, मयूर पंख, शृंगार सामग्री आदि पूजन सामग्री खरीदने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।
वैष्णव भक्त उदित अष्टमी तिथि को ही मनाते है कृष्ण जन्मोत्सव
पं. ओमदत्त ने बताया कि वैष्णव भक्त उदित अष्टमी को ही जन्माष्टमी मनाते है इसीलिए वैष्णवमार्गीय जन्माष्टमी महोत्सव बुधवार को ही मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्र्मात (शिवमत ) और वैष्णव सम्प्रदाय के अनुयायियों के नियम जन्माष्टमी व्रत में अलग अलग है। स्र्मात लोग अद्र्धरात्रि में अष्टमी तिथि के दिन यह व्रत करते है, लेकिन वैष्णव लोग उदित तिथि के अनुसार उपवास, पूजन, अभिषेक करते है। अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ ‘इस्कॉनÓ जोधपुर की ओर से सालावास रोड पर तनावड़ा फांटा रुक्मनारायण नगर स्थित श्रीराधा गोविन्द मंदिर में भी बुधवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
अमृतसिद्धि व सर्वार्थसिद्धि योग

गर्ग पंचांग के पंडित मोहनलाल गर्ग के अनुसार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को इस बार बुधवार को अमृतसिद्धि व सर्वार्थ सिद्घि योग बनने से पर्व की और महत्ता और भी बढ़ जाएगी। वर्ष 1993 के बाद बुधवार और जन्माष्टमी का संयोग पुन: बना है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी बुधवार के दिन हुआ था।

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