प्रतापनगर पुलिस के अनुसार बीकानेर के मुक्ताप्रसाद नगर निवासी राहुल मलिक पुत्र सुभाष मलिक ने रिपोर्ट में बताया कि गत वर्ष मार्च में जयपुर में उसकी पहचान डूंगरगढ़ निवासी ललित चौधरी उर्फ ललित ज्यानी उर्फ ललित सिद्ध उर्फ ललित नाथ उर्फ मुन्ना से हुई। ललित ने खुद को बीजेपी का नेता, उसके बड़े भाई को रॉ में सीनियर आइपीएस अधिकारी और पत्नी को आरएएस अधिकारी बताया और कहा कि उसकी तत्कालीन सीएम समेत कई बड़े नेताओं से पहचान है और वह किसी का भी ट्रांसफर करवा सकता है। इस दौरान आरोपी जोधपुर में कोई बड़ा काम करवाने आया और प्रतापनगर क्षेत्र में स्थित एक होटल में ठहरा था। आरोपी ने राहुल को फोन कर कई बार जोधपुर बुलाया। आरोपी के झांसे में आकर राहुल ने परिचितों के तबादले करवाने के लिए करीब 10 लाख रुपए दिए। आरोपी ने यह कहते हुए उसकी कार भी ली कि वह उसकी किस्त जमा करा देगा। कई महिनों बाद भी उसके बताए तबादले नहीं हुए तो राहुल ने रुपए वापस मांगे, लेकिन आरोपी बहाने बनाता रहा। गत रविवार को आरोपी ने कार वापस देने के बहाने राहुल को होटल बुलाया। वहां आरोपी के साथ खुद को सेना में मेजर बताने वाली उसकी महिला मित्र और एक युवक भी था। इन सभी ने राहुल को मारपीट कर कार में बिठा कर बंधक बनाने का प्रयास किया। उसके चिल्लाने पर आरोपी ने सिर पर रिवाल्वर अड़ा दी लेकिन होटल कर्मचारियों ने बीच-बचाव कर उसे छुड़ाया। इस बीच आरोपी व उसके साथी भीड़ का फायदा उठाकर मौके पर से फरार हो गए। मारपीट से घायल राहुल को लोगों ने अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस ने राहुल की रिपोर्ट पर आरोपी ललित व उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दूसरी तरफ आरोपी की पत्नीबीकानेर विशेष…फोटो…बीकानेर भाजयुमो के मीडिया प्रभारी से तबादले के नाम पर लाखों ठगे
पोल खुलने पर की मारपीट
आरोपी की पत्नी ने लगाया छेडछाड़ का आरोप जोधपुर.
कांग्रेस के पूर्व विधायक से टिकट दिलाने के नाम पर ठगी के बाद अब बीकानेर जिला भाजयुमो के मीडिया प्रभारी से तबादले के नाम पर लाखों रुपए ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी ने पोल खुलने पर भाजयुमो के मीडिया प्रभारी के साथ मारपीट भी की। भाजयुमो के पदाधिकारी की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लाखों रुपए ठगने और जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया। जबकि आरोपी की पत्नी ने मीडिया प्रभारी के विरुद्ध छेड़छाड़ का मामला दर्ज करवाया है।
प्रतापनगर पुलिस के अनुसार बीकानेर के मुक्ताप्रसाद नगर निवासी राहुल मलिक पुत्र सुभाष मलिक ने रिपोर्ट में बताया कि गत वर्ष मार्च में जयपुर में उसकी पहचान डूंगरगढ़ निवासी ललित चौधरी उर्फ ललित ज्यानी उर्फ ललित सिद्ध उर्फ ललित नाथ उर्फ मुन्ना से हुई। ललित ने खुद को बीजेपी का नेता, उसके बड़े भाई को रॉ में सीनियर आइपीएस अधिकारी और पत्नी को आरएएस अधिकारी बताया और कहा कि उसकी तत्कालीन सीएम समेत कई बड़े नेताओं से पहचान है और वह किसी का भी ट्रांसफर करवा सकता है। इस दौरान आरोपी जोधपुर में कोई बड़ा काम करवाने आया और प्रतापनगर क्षेत्र में स्थित एक होटल में ठहरा था। आरोपी ने राहुल को फोन कर कई बार जोधपुर बुलाया। आरोपी के झांसे में आकर राहुल ने परिचितों के तबादले करवाने के लिए करीब 10 लाख रुपए दिए। आरोपी ने यह कहते हुए उसकी कार भी ली कि वह उसकी किस्त जमा करा देगा। कई महिनों बाद भी उसके बताए तबादले नहीं हुए तो राहुल ने रुपए वापस मांगे, लेकिन आरोपी बहाने बनाता रहा। गत रविवार को आरोपी ने कार वापस देने के बहाने राहुल को होटल बुलाया। वहां आरोपी के साथ खुद को सेना में मेजर बताने वाली उसकी महिला मित्र और एक युवक भी था। इन सभी ने राहुल को मारपीट कर कार में बिठा कर बंधक बनाने का प्रयास किया। उसके चिल्लाने पर आरोपी ने सिर पर रिवाल्वर अड़ा दी लेकिन होटल कर्मचारियों ने बीच-बचाव कर उसे छुड़ाया। इस बीच आरोपी व उसके साथी भीड़ का फायदा उठाकर मौके पर से फरार हो गए। मारपीट से घायल राहुल को लोगों ने अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस ने राहुल की रिपोर्ट पर आरोपी ललित व उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दूसरी तरफ आरोपी की पत्नी ने राहुल मलिक के खिलाफ होटल में छेडछाड़ करने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर जांच शुरू कर दी है। ने राहुल मलिक के खिलाफ होटल में छेडछाड़ करने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर जांच शुरू कर दी है।