ब्यूरो के उप महानिरीक्षक डॉ विष्णुकांत ने बताया कि बाड़मेर जिले में चौहटन तहसील के लीलसर गांव निवासी नेमाराम पुत्र गोरखाराम जटिया की शिकायत पर रोजगार कार्यालय के एलडीसी झुंझुनूं में नवलगढ़ निवासी सुधीर वर्मा (३१) पुत्र शिवचंद मेघवाल को एक हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
फार्म निरस्त करने की दी थी धमकी
फार्म निरस्त करने की दी थी धमकी
नेमाराम ने मार्च में बेरोजगार भत्ता स्वीकृत कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। फिर वह रोजगार कार्यालय गया तो एलडीसी सुधीर वर्मा से मुलाकात हुई थी। उसने भत्ता स्वीकृत कराने के लिए तीन हजार रुपए मांगे। एक हजार रुपए तुरंत ले लिए थे। फिर एलडीसी अपने गांव चला गया था। इस बीच, आरोपी ने उससे सम्पर्क किया तो तीन हजार रुपए मांगे। रिश्वत न देने पर भत्ता स्वीकृति का फार्म निरस्त करने की धमकी दी। तब नेमाराम ने एसीबी से शिकायत की। २२ जून को सत्यापन के लिए मोबाइल पर सम्पर्क कराया गया। एलडीसी ने दो हजार रुपए फोन-पे से व शेष एक हजार रुपए नगद देने की बात की। पीडि़त ने दो हजार रुपए फोन-पे से ट्रांसफर कर दिए। एक हजार रुपए देने के लिए पीडि़त बुधवार को रोजगार कार्यालय पहुंचा, जहां से एलडीसी उसे कार में बिठाकर पुलिस लाइन के सामने शराब की दुकान पर ले गया, जहां उसने पहले शराब खरीदी। फिर पीडि़त से एक हजार रुपए लिए। तभी इशारा मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामनिवास के नेतृत्व में एसीबी ने दबिश देकर एलडीसी सुधीर वर्मा को रंगे हाथों पकड़ लिया। शर्ट की बाईं जेब से रिश्वत राशि बरामद की गई।