राजस्थान में 25 की 25 सीटें भाजपा के खाते में आने के बाद पर कांग्रेस अपनी हार का ठिकरा अब तक भी नहीं फोड़ पाई है। राज्य में लोकसभा चुनाव में पूरी तरह हारी कांग्रेस अपने मंत्रियों-विधायकों के कामकाज की समीक्षा तो करेगी लेकिन प्रदेश में हार की जिम्मेदारी अब तक किसी ने भी नहीं ली है।
वहीं, जोधपुर से लोकसभा चुनाव (
Jodhpur Lok Sabha Seat ) जीतकर दिल्ली पहुंचे गजेन्द्रसिंह शेखावत (
gajendra singh shekhawat ) ने कहा कि जनता ने राजस्थान सरकार को अपने किए का फल दे दिया। किसान और नौजवान को जो धोखा दिया, उसी का फल लोकसभा में मिला। गौरतलब है कि गजेंद्र सिंह शेखावत ने बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को हराया है।
कांग्रेस की हार को लेकर कांग्रेस के जयपुर शहर अध्यक्ष व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (
pratap singh khachariyawas ) ने सोशल मीडिया पर बड़ा बयान दिया। खाचरियावास ने लोक सभा चुनाव के नतीजों को ‘लोकतन्त्र की हार’ बताया है। सोशल मीडिया पर किए गए इस कमेंट पर भाजपा के पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी (
Arun Chaturvedi ) ने लिखा, यह जनता का अपमान है। इसके बाद लोगों ने भी खाचरियावास को घेरा। किसी ने उन्हें और कांग्रेस की खिंचाई की तो कोई भाजपा व चतुर्वेदी से उनकी सरकार के कार्यकाल का हिसाब मांगता रहा। हालांकि खाचरियावास ने बाद में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। गौरतलब है कि दोनों सिविल लाइन्स विधानसभा क्षेत्र से एक-दूसरे के सामने चुनाव लड़ चुके हैं।
हालांकि कांग्रेस की हार को लेकर दिल्ली में मंथन शुरू हो चुका है, शनिवार को कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक हुई है। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट दिल्ली में ही हैं।