हाईकोर्ट ने 20 जुलाई, 2019 को जिला कलक्टर को सार्वजनिक निर्माण विभाग, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), राज्य पुरातत्व व संग्रहणालय विभाग सहित अन्य विभागों से मंडोर उद्यान के समेकित विकास पर विचार-विमर्श कर एक समन्वित योजना तैयार करने को कहा था। हालांकि, सरकार ने पूर्व में ही 13 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया था, लेकिन तब योजना से कोर्ट संतुष्ट नहीं था। याची की ओर से अधिवक्ता राजवेन्द्र सारस्वत ने पैरवी की।
कुछ ऐसा है प्रस्तावित प्लान -वेटलैंड एंड इको ट्रेल: प्रस्तावित योजना के अनुसार मंडोर में प्रवेश के बाद एक वेटलैंड जोन विकसित किया जाएगा, जिसमें कमल तथा लिली जैसे पौधे होंगे। इसके साथ ही 190 मीटर लंबी इको ट्रेल प्रस्तावित है।
-फूड कियोस्क और योगा पार्र्क: करीब 2100 वर्ग मीटर क्षेत्र में योगा पार्क प्रस्तावित, जिसमें सुबह और शाम को योग एवं मीडिएशन जैसी गतिविधियां आयोजित हो सकेंगी। -चारबाग: चारबाग का पुनरुद्धार होगा तथा सीटिंग व्यवस्था बनाई जाएगी।
-हथाई पॉइंट तथा प्ले जोन: जोधपुर की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए मंडोर में एक हथाई पॉइंट विकसित करने की योजना। साथ ही बच्चों के लिए एक प्ले जोन होगा, जिसमें बच्चे हथाई पॉइंट के पास में ही उद्यान में खेल गतिविधियों का लुत्फ उठा पाएंगे। ओपन जिम भी स्थापित होगा।
-अजीत पोल प्लाजा: अजीत पोल प्लाजा विकसित करने का प्रस्ताव, जिसके तहत फाउंटेन की मरम्मत भी होगी। – कार्निवाल एरिया: मंडोर में पिकनिक तथा कॉर्निवाल आयोजित करने के मकसद से एक बहुद्देशीय कार्निवाल एरिया विकसित करने की योजना, यह एरिया बच्चों को लक्षित करके डिजाइन किया गया है।
-सेंट्रल वाटर स्ट्रीम: सेंट्रल वाटर स्ट्रीम की मरम्मत के साथ उसे संवारा जाएगा। फाउंटेन दुरुस्त किए जाएंगे। स्ट्रीम के चारों ओर पौधारोपण होगा। नागादड़ी के स्वरूप को भी पूर्ववत किया जाएगा। -सनसेट पॉइंट : सनसेट प्वाइंट विकसित किया जाना प्रस्तावित है।
-लाइट एंड साउंड शो: मंडोर में देवल पुरा महत्व के संरक्षित स्मारक है, राजस्व प्राप्ति के मकसद से यहां थ्री डी प्रोजेक्शन मैपिंग के साथ लाइट एंड साउंड शो प्रस्तावित है।