
Serious allegations against eye hospital
- एमडीएम अस्पताल की नेत्र रोग की ओपीडी में 25 प्रतिशत बच्चे
- ब्लू लाइट के अत्यधिक सम्पर्क से कमजोर हो रही आंखें
जोधपुर. मोबाइल, कम्प्यूटर, लेपटॉप, टेबलेट सहित अन्य डिवाइसेज के अत्यधिक सम्पर्क में रहने की वजह से छोटे बच्चों की आंखें खराब हो रही है। एमडीएम अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में 25 प्रतिशत रोगी 6 से 16 वर्ष के बच्चे हैं जो आंखों से कम दिखाई देने और सिरदर्द की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। जांच करने पर पता चलता है कि इनमें से अधिकांश की दूर की नजर कमजोर हो गई है। ओपीडी में आने वाले लगभग हर बच्चे को चश्मे का नम्बर देना पड़ रहा है। पहले से चश्मा लगाने वाले कुछ बच्चों के नम्बर बढ़ जाते हैं।
मोबाइल व कम्प्यूटर की ब्लू लाइट पैदा कर रही परेशानी
सफेद प्रकाश के प्रत्येक स्त्रोत में सात रंग होते हैं जिसमें नीली रोशनी भी होती है। नीली रोशनी की तरंगदैर्ध्य सबसे कम होती है लेकिन ऊर्जा सर्वाधिक होती है। मोबाइल व कम्प्यूटर के लगातार सम्पर्क में रहने से नीली रोशनी आंखों को नुकसान पहुंचाती है। यह आंखों की रेटीना में प्रवेश करके उसके ऊतकों को नष्ट करती है। इससे आंखों में सूखापन आ जाता है और नजर धुंधली हो जाती है। इससे विशेषकर दूर की चीजें धुंधली दिखाई देती है।
होमवर्क व ऑनलाइन कार्य से चपेट में आ रहे बच्चे
कोविड के बाद बच्चों का ऑनलाइन कार्य बढ़ गया है। स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाओं के बावजूद बच्चों को मोबाइल पर कार्य भेजा जाता है। ऑनलाइन होमवर्क के लिए कहा जाता है। बच्चे भी अब आदी हो चुके हैं। वे समस्या का समाधान सीधा गूगल से ही तलाशते हैं। खाली समय में वे ऑनलाइन गेम और सोशियल मीडिया यूज करते हैं। आजकल ओटीटी पर मूवी देखने के चलन ने भी स्क्रीन टाइम में इजाफा किया है।
युवाओं में बैंकिंग कर्मचारी अधिक
बच्चों के अलावा ओपीडी में स्क्रीन टाइम की समस्या से लेकर पहुंचने वालों में बैंकिंग कर्मचारी अधिक है।
काम के साथ करें अपनी आंखों से प्यार
विश्व दृष्टि दिवस प्रतिवर्ष अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को आता है। इस साल की थीम काम के समय अपनी आंखों से प्यार करना रखा गया है ताकि कार्यस्थल पर लोगों को उनकी दृष्टि की सुरक्षा के महत्व को बताया जा सके।
यह करें उपाय
- 20-20-20 नियम: हर बीस मिनट बाद बीस फीट दूर चीज को बीस सैकेंण्ड देखें।
- 15 डिग्री नीचे रखें कम्प्यूटर मॉनिटर
- 50 से 60 सेंटीमीटर स्क्रीन से दूरी
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350 ओपीडी है नेत्र रोग विभाग में
- 25 फीसदी बच्चे आते हैं ओपीडी में
- 44 फीसदी को आंखों में लालिमा की समस्या
- 36 फीसदी को आंखों में खुजली की समस्या
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मोबाइल व कम्प्यूटर स्क्रीन पर समय अधिक बिताने के कारण ओपीडी में बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है।डॉ अरविंद चौहान, नेत्र रोग विशेषज्ञ, एमडीएम अस्पताल
Published on:
11 Oct 2023 09:02 pm
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