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गांवों में भी दिखा विरोध, स्वेच्छा से बंद रहे ज्यादातर प्रतिष्ठान

locationजोधपुरPublished: Sep 06, 2018 11:21:56 pm

Submitted by:

Manish kumar Panwar

फलोदी. केन्द्र सरकार की ओर से एससी, एसटी एक्ट में किए संशोधन के विरोध में गुरुवार को भारतव्यापी आह्वान के तहत फलोदी बंद रहा।

bharat band

गांवों में भी दिखा एसी एसटी एक्ट में संशोधन का विरोध, स्वेच्छा से बंद रहे ज्यादातर प्रतिष्ठान

फलोदी. केन्द्र सरकार की ओर से एससी, एसटी एक्ट में किए संशोधन के विरोध में गुरुवार को भारतव्यापी आह्वान के तहत फलोदी बंद रहा। बंद सफल व शांतिपूर्ण रहा। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस गश्त का माकूल बंदोबस्त था। शहर के त्रिपोलिया बाजार, राईकाबाग, पत्थर रोड, जयनारायण व्यास सर्किल, कचहरी रोड, नई सड़क, बिजली घर रोड, जवाहर प्याऊ, नया बाजार, सदर बाजार सहित प्रमुख बाजारों में अधिकांश व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। बंद के दौरान आस-पास के गांवों से खरीदारी के लिए आए लोगों को निराश लौटना पड़ा। इसी बीच सर्व समाज ने बंद में सहयोग के लिए व्यापारियों का आभार जताया।
पीपाड़सिटी. सर्व समाज की ओर से गुरुवार को घोषित भारत बंद का कोई असर नजर नहीं आया। यहां पर्यूषण पर्व के कारण जैन समाज के प्रतिष्ठान बंद रहे। पूरे दिन बाज़ारों में चहल पहल रही और ग्रामीणों का बसों से आना जाना लगा रहा। शहरी क्षेत्र में बस स्टैण्ड, मालियान सब्जी मंडी, माली मेला, गोल प्याऊ, सुभाष घाट, होलीधड़ा, ईला जी बाजार सहित अन्य स्थानों पर प्रतिष्ठान खुले रहे। निजी शिक्षण संस्थानों में भी माहौल सामान्य रहा। एससी-एसटी एक्ट के संशोधन के विरोध में घोषित भारत बंद को लेकर प्रशासन को किसी भी संगठन की ओर से ना तो पूर्व में नोटिस दिया और ना ही किसी व्यापारिक संगठन ने बंद का आह्वान किया। उप जिला मजिस्ट्रेट कंचन कंवर के अनुसार गुरुवार को बंद को लेकर किसी संगटन ने कोई ज्ञापन पेश नहीं किया। थानाधिकारी चंपालाल ने शांति और कानून व्यवस्था सामान्य रहने की जानकारी देते हुए कुछ स्थानों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया।
शेरगढ़. शेरगढ़ कस्बे में बंद का असर देखने को मिला। बाजार में सन्नाटा रहा। मोती मराज के नेतृत्व में युवाओं ने रैली निकाल कर एससी एसटी कानून को वापस लेने की मांग के नारे लगाए। दर्जनों युवाओं ने रैली निकाली।
सेतरावा. सेतरावा में व्यापारियों व दुकानदारों ने स्वेच्छा से बंद समर्थन में अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। सेतरावा सहित समीपवर्ती जेठानिया, सोलंकियातला, खिंयासरिया, रायसर आदि गांवों में व्यवसाइयों ने बाजार बंद रख भारत बंद का समर्थन किया।
तापू
क्षेत्र के मां भादरिया राय मार्केट, कृ ष्णा मार्केट , कंवरजी खेजड़ी में दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखी। इसके अलावा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर शांतिपूर्ण रूप से बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। निसंपूनासर. कस्बे सहित चाडी, जाखण, रिड़मलसर गांवों में भी व्यापारियों ने प्रतिष्ठान स्वेच्छा से बंद रखे। जिससे चाडी क्षेत्र में कई दुकाने दिनभर बंद रही। साथ ही शाम होते होते कई ग्रामीणों ने अपनी दुकानें खोली। चाडी के युवाओं ने रैली निकालकर एक्ट के प्रति विरोध जताया।
ओसियां. बंद के समर्थन में ओसियां के प्रतिष्ठान पूर्णतया बंद रहे। ओसियां सरपंच श्यामलाल ओझा के नेतृत्व में शांतिपूर्वक रैली निकाल जिला कलक्टर के नाम तहसीलदार आईदान पंवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में इस संसोधित बिल को खारिज करने की मांग की। इस दौरान नायब तहसीलदार दीपक सांखला, सीओ दिनेश कुमार मीणा, थानाधिकारी जयकिशन सोनी, ब्राह्मण समाज नवयुवक मंडल अध्यक्ष विक्रम सेवग, दीपक सेवग, ओसियां व्यापार मंडल अध्यक्ष सुनिल लाहोटी सहित लोग मौजूद थे।
देचू. देचू में सुबह से व्यापारी पूरे बाजार में एकत्रित हो गए। धीरे-धीरे सभी दुकानदार अपनी स्वेच्छा से दुकानें बंद रखकर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया। मेडिकल के अलावा सभी दुकानें बंद रही। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए थानाप्रभारी दीपसिंह भाटी गश्त करते रहे। किसी प्रकार अप्रिय घटना घटित नहीं हुई। बंद पूर्णतया शांतिपूर्ण रहा।
बिलाड़ा. कस्बे में कई दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर विरोध जताया। वहीं युवकों ने तहसीलदार को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया।
सुबह युवकों ने तहसील कार्यालय में ज्ञापन देकर बाजार में दुकानदारों से विनती कर एक दिन के लिए दुकान प्रतिष्ठान बंद करने का आग्रह किया तो दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए और विरोध जताया। वही पुलिस प्रशासन भी बाजारों में गश्त करते नजर आए। यह विरोध पूर्णतया शांतिपूर्वक रहा। निप्र बाप.स्वर्ण व व्यापारी वर्ग के आह्वान पर मुख्य बाजार, वर्तमान बस स्टैंड, मेहता मार्केट, व्यास मार्केट, नोख फांटा स्थित प्रतिष्ठान बंद रहे। व्यापार मण्डल सदस्यों व स्वर्ण समाज के लोगों ने मुख्य बाजार में विरोध प्रकट कर विकास अधिकारी को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन दिया। ज्ञापन में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को यथावत रखने की मांग की। इस मौके व्यापार मण्डल अध्यक्ष रामस्वरूप राठी, पूर्व अध्यक्ष तिलोक राठी, एबीवीपी छात्र नेता मोती पालीवाल, बद्रीनारायण तंवर, मनोज पुरोहित, प्रकाश पुरोहित, ओमप्रकाश खत्री, शिवरतन सोनी आदि उपस्थित थे। चाखु गांव में स्वर्ण समाज द्वारा वाहन रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
लवेरा बावड़ी. बावड़ी व्यापार संघ ने बंद को समर्थन देते हुए अपनी दुकानें बंद रखी। सदर बाजार, शांति नगर, बिजलीघर, मिस्त्री मार्केट में भी दुकाने बंद रही। हाथ ठेले, चाय, होटल, दवा की दुकानें खुली रही। व्यापार संघ के गौतमचन्द विसावा, राजस्थान ब्राह्मण महासभा के तहसील अध्यक्ष घनश्याम तुलचियां, गौतमचन्द भण्डारी, सत्यनारायण पुष्करणा, बाबू शाह, नेमीचन्द प्रजापत, गोविन्द सोनी, दौलतसिंह समेत अनेक ग्रामीणों ने उपखण्ड कार्यालय में उपखण्ड अधिकारी हेताराम चौहान को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया।
भावी. बिलाड़ा उपखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों मे बंद सफल रहा। भावी सहित आसपास के गांव लांबा, बाला, रावर, ओलवी, घाणामगरा, तिलवासनी, सिलारी, बिरावास, रामपुरिया, भागासनी आदि गांवों में बंद का असर दिखा।
बेलवा. बेलवा सहित आसपास गांवों के बाजार दिनभर बंद रहे।बेलवा में व्यापार मंडल द्वारा सभी व्यापारियों से मिलकर बाजार बंद रखे। बाजार बंद के दौरान पूर्णरूप से बंद रहने के साथ ही शांतिपूर्ण रहा। व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रखकर कानून का विरोध जताया। बाजार बंद रहने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
तिंवरी

बंद के आह्वान के तहत तिंवरी कस्बे के बाजार भी बंद रहे। कस्बे के सभी बाजारों की दुकानों पर ताले लटके रहे। बाहर से आने वाले ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पीलवा पीलवा व्यापार मण्डल ने सर्व समाज के भारत बन्द के आह्वान का समर्थन करते हुए पीलवा कस्बा शांतिपूर्ण बन्द रखा। पीलवा व्यापार मण्डल ने एक दिन पूर्व संयुक्त ज्ञापन तैयार सभी व्यापारियों को भिजवाया। जिस पर सबने सहमति जताते हुए हस्ताक्षर कर अपने प्रतिष्ठान बन्द करने का संकल्प लिया था। लोहावट थानाधिकारी हरिसिंह राजपुरोहित ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक हैडकांस्टेबल खुशालचन्द व कांस्टेबल जितेन्द्र विश्रोई को दिनभर पीलवा कस्बे में तैनात रखा।
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