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Murder of Brother and Sister : परिवार के सपने पूरे करने के सपने लिए दुनिया छोड़ गई

- कविता के मन में ही रहे अरमान- गमगीन माहौल में युवती का अंतिम संस्कार, कस्बे में चुल्हे तक नहीं जले, बाजार बंद रहे

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Murder of Brother and Sister : परिवार के सपने पूरे करने के सपने लिए दुनिया छोड़ गई

Murder of Brother and Sister : परिवार के सपने पूरे करने के सपने लिए दुनिया छोड़ गई

सर (जोधपुर),
कार से कुचलकर हत्या की शिकार (Murder of brother and sister) होने वाली कविता (Murder of Kavita) पढ़-लिखने के बाद पटवारी पद पर चयनित हुई थी। वह पूरे परिवार के सपने पूरे करना चाहती थी (Kavita wanted to make family dreams come true)। वह परिवार का सहारा बनने जा रही थी (Kavita was going to support the family), लेकिन उससे पहले हत्यारों ने सपने चकनाचूर कर दिए। उसका शव सर गांव में घर पहुंचते ही बुधवार को कोहराम मच गया। न सिर्फ घरवाले बल्कि ग्रामीणों के भी आंसू निकल आए। कस्बे में चुल्हे तक नहीं चले। ग्रामीणों ने प्रतिष्ठान बंद रखे।
पोस्टमार्टम के बाद मृतका कविता पटेल का शव पहुंचते ही सर गांव में मातम सा छा गया। कविता की देह घर में लाते ही 75 साल की सास रेतुदेवी व पति राजूराम सुध-बुध खो बैठे। रोते-बिलखते सास कहने लगी कि बेटी कविता तुझे किसकी नजर लगी। तू तो अपने व पूरे परिवार के सपने पूरे करने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही सभी को छोड़कर चली गई। सास पुत्रवधू की देह के पास गिर गई तो परिजन व ग्रामीणों ने उन्हें संभाला। दूसरी तरफ, पति राजूराम भी एक टक पत्नी की देह को देखे जा रहा था। फिर वह रोते हुए बोला कि कविता का क्या कसूर था। जो उसे छीन लिया। पूरे परिवार का सहारा बनने जा रही थी, लेकिन हत्यारों ने उसे छीन लिया। फिर वह बेहोश हो गया। उसे नजदीक के अस्पताल ले जाया गया।
शव यात्रा के घर से रवाना होते ही कस्बा गमगीन हो गया। ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं। इस दौरान व्यापारियों ने दुकानें बंद रखी। गांव में खाना तक नहीं बना। ऐहतियात के तौर पर पुलिस तैनात रही।