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जिले के 18 लाख बच्चे-किशोरो को खिलाएंगे एल्बेन्डाजोल गोली

बच्चों में कुपोषण की रोकथाम, शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए 4 सितम्बर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति (डीवर्मिंग) दिवस मनाया जाएगा।

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जिले के 18 लाख बच्चे-किशोरो को खिलाएंगे एल्बेन्डाजोल गोली

जिले के 18 लाख बच्चे-किशोरो को खिलाएंगे एल्बेन्डाजोल गोली

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति (डीवर्मिंग) दिवस कल
जोधपुर. बच्चों में कुपोषण की रोकथाम, शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए 4 सितम्बर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति (डीवर्मिंग) दिवस मनाया जाएगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक वर्ष से लेकर 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों को आंगनबाडी केन्द्र, सरकारी-निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों, तकनीकी संस्थानों व मदरसों में पेट के कीड़े मारने की दवा अल्बेंडाजोल गोली नि:शुल्क खिलाई जाएगी। इसके बाद 11 सितम्बर को मॉप अप दिवस मनाया जाएगा। इस दिन 4 सितम्बर को छूटे हुए बच्चों को एलबेंडाजोल गोली खिलाई जाएगी।
तैयारियों की समीक्षा
जिला स्तर से वीसी के माध्यम से खंड स्तरीय अंतरविभागीय अधिकारियों की बैठक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्र पुरोहित की अध्यक्षता में आयोजित की गई। डॉ. पुरोहित ने सभी विभागों के समन्वय से सम्पूर्ण जिले में लक्षित लाभार्थी बच्चों को कृमि नाशक दवा एलबेंडाजोल खिलाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
- 18.5 लाख बच्चों को डीवर्मिंग गोली खिलाने का लक्ष्य।
- 1 से 2 वर्ष तक के बच्चे को एल्बेण्डाजोल 400 एमजी की आधी गोली।
- 2 से 3 वर्ष के बच्चों को एक पूरी गोली ।
- 3 से 19 साल के बच्चे को 1 गोली चबाकर खाने को दी जाएगी।
यह रहेगी व्यवस्था
जो बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं उन्हें भी आंगनवाड़ी केन्द्रों के मार्फत दवा खिलाई जाएगी। विद्यालयों में शिक्षक गोली खिलाएंगे।

एक्सपर्ट ऑपिनियन
बच्चों में आमतौर पर राउंड कृमि, व्हिप कृमि व हुक कृमि पाए जाते हैं। ऐल्बेण्डाजोल दवा पूर्ण सुरक्षित है। स्वस्थ बच्चों के लिए भी यह खुराक जरूरी है, क्योंकि कृमि संक्रमण का प्रभाव कई बार बहुत वर्षों बाद स्पष्ट दिखाई देता है। दवा से पेट के कीड़े मरते हैं। लिहाजा कुछ बच्चों में जी मिचलाना, उल्टी या पेट दर्द जैसे सामान्य छुट-पुट लक्षण हो सकते हैं, लेकिन ये सामान्य व अस्थाई हैं। इस स्थिति को आंगनवाड़ी व विद्यालय में संभाला जा सकता है। बीमार बच्चों को ये दवाई नहीं खिलाई जाएगी।
- डॉ.रामनिवास सेंवर, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी