एंटीलोप प्रजाति का विशाल वन्यजीव सड़कों पर विचरण करते समय रोजड़ों के तेज दौडऩे से वाहन दुर्घटना अथवा बड़ी जन हानि भी हो सकती है। हर साल शिकार, वाहन दुर्घटनाओं, सूखे कुएं में गिर जाने तथा खेतों की तारबंदी में फंस कर करीब 500 से अधिक रोजड़े गंवा देते है। समूचे एशिया में आकार में सबसे बड़े एंटीलोप प्रजाति के वन्यजीव नील गाय (बोसेपेफस ट्रेगोकेमेलस ) जोधपुर शहर के आसपास व जिले के विभिन्न क्षेत्रों में करीब 20 से 25 हजार है। वन्यजीव प्रेमी गौशाला की तर्ज पर राज्य सरकार की ओर से ओरण व गोचर भूमि में रोजड़ों के लिए हर पंचायत क्षेत्र में विशाल शेल्टर हाउस बनाकर उनके लिए चारे की व्यवस्था करने की मांग करते रहे है।