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अब रामलला के नाम से आपके पास आ रहे हैं ऐसे मैसेज तो हो जाएं सावधान, वरना खाली हो जाएगा बैंक खाता

साइबर अपराधी अब रामलाल प्राण प्रतिष्ठा समारोह के वीआइपी पास मुहैया करवाने का झांसा देकर लोगों को ठग रहे हैं। आमजन के मोबाइल और ई-मेल के मार्फत रामजन्म भूमि गृह सम्पर्क अभियान के नाम से संदेश भेजकर एपीके ऐप डाउनलोड करवाने को ललचाया जा रहा है।

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साइबर अपराधी अब रामलाल प्राण प्रतिष्ठा समारोह के वीआइपी पास मुहैया करवाने का झांसा देकर लोगों को ठग रहे हैं। आमजन के मोबाइल और ई-मेल के मार्फत रामजन्म भूमि गृह सम्पर्क अभियान के नाम से संदेश भेजकर एपीके ऐप डाउनलोड करवाने को ललचाया जा रहा है। ऐसे मैसेज में आने वाले लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल या कम्प्यूटर का एक्सेस साइबर ठगों के हाथों में जा रहा है।

साइबर विशेषज्ञों ने आमजन से ऐसे मैसेज व लिंक से सजग रहने का आग्रह किया है। साइबर एक्सपर्ट व अधिवक्ता प्रिया सांखला का कहना है कि साइबर ठग जय श्री राम नाम का दुरुपयोग कर लोगों को झांसा देकर ठग रहे हैं। इनसे न सिर्फ मोबाइल बल्कि कम्प्यूटर का एक्सेस साइबर ठगों के हाथों में पहुंच जाता है और वे सभी कॉन्टेक्ट सूची, फोटो, वीडियो व बैंक संबंधी जानकारी हासिल कर रहे हैं। मोबाइल में आने वाले पासवर्ड लेकर बैंक खाते खाली कर सकते हैं।

मोबाइल-कम्प्यूटर में मेलवेयर या वायरस
अयोध्या में समारोह के नाम पर आमजन को व्हॉट्सऐप पर तरह-तरह के मैसेज मिल रहे हैं। जिनमें आ रहे ङ्क्षलक पर क्लिक कर रामजन्म भूमि गृह सम्पर्क अभियान नाम से एपीके ऐप डाउनलोड करवाया जाता है। साथ ही 22 जनवरी को अयोध्या में समारोह के वीआइपी प्रवेश दिलाने का ऑफर भी दिया जा रहा है। इन्हें प्राप्त करने के लिए ङ्क्षलक पर क्लिक करवाया जा रहा है। इतना ही नहीं, एक फॉर्म भी भरवाया जाता है। इनमें जयश्री राम नाम का उपयोग किया जाता है। ताकि आमजन झांसे में आ जाए।

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ऑनलाइन नहीं दे रहे समारोह के निमंत्रण
22 जनवरी को होने वाले समारोह के लिए सरकार या रामजन्म भूमि ट्रस्ट की ओर से ही कागजी निमंत्रण पत्र की प्रति भेजकर आमंत्रित किया जा रहा है। एसएमएस, ई-मेल या व्हॉट््सऐप पर कोई निमंत्रण नहीं दिया जा रहा है।

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