वर्ष 2016 तक विवि में एपेक्स के चार पदों के अलावा समस्त संकायों में उपाध्यक्ष व सचिव अलग से चुने जाते थे। पिछले साल संकायों में इन दोनों पदों का समाप्त कर दिया है। इनके स्थान पर प्रत्येक संकाय में प्रत्येक छात्र को अपना सीआर चुनने का अधिकार दिया है।
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव के लिए गुरुवार को नाम वापसी के बाद चुनाव की स्थिति साफ हो गई। बुधवार को अध्यक्ष पद के लिए दाखिल 15 प्रत्याशियों में से सभी 11 निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया। अब केवल चार प्रत्याशियों में ही मुकाबला होगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के मूल सिंह सेतरावा, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) के सुनील चौधरी, स्टूडेंट्स फैडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) के दमाराम और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फैडरेशन (एआईएसएफ) के अरविंद सिंह राजपुरोहित मैदान में हैं।
एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल विभाग में सुबह 11 बजे एपेक्स के चारों पदों के प्रत्याशियों की सूची चस्पा की गई। इसमें से केवल एबीवीपी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद की प्रत्याशी दीपा प्रसोया का नामांकन खारिज किया गया। दीपा को छात्रसंघ चुनाव संविधा के अनुच्छेद 11 के अंतर्गत चुनाव लडऩे के अयोग्य माना। दीपा पिछले साल केएन कॉलेज में एपेक्स पद का चुनाव लड़ चुकी थी। ऐसे में इस साल उसे फिर से एपेक्स पद के चुनाव लडऩे के लिए अयोग्य करार दिया गया।