नागरिक बरते सावधानी
जोधपुर ग्रामीण पुलिस की साइबर टीम के एक्सपर्ट सुरेश डूडी का कहना है कि पड़ोसी देश हमेशा से ही भारतीय यूजर्स को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें करता रहा है। खासकर युद्ध जैसे हालात होने के चलते हैकर्स और अटैकर्स पहले से ज्यादा सक्रिय हो गए हैं। उनकी कोशिश ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने की होगी और वे मालवेयर के साथ नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। टारगेटेड साइबर अटैक्स के साथ संवेदनशील जानकारी जुटाई जा सकती है। बैंकिंग डाटा भी खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती जिलों में इसकी अधिक आशंका है, लेकिन फिर भी जिले के लोगों को भी जागरूक रहना चाहिए।ये सावधानी जरूरी
1- अनजान लिंक, ईमेल या व्हाट्सएप मैसेज पर क्लिक न करें।2- सोशल मीडिया पर संदिग्ध, भ्रामक या भड़काऊ जानकारी, सेना की गतिविधि के बारे में फोटो/वीडियो शेयर न करे।
3- सुनिश्चित करें कि आपके मोबाइल और कंप्यूटर पर एंटीवायरस सॉटवेयर हमेशा अपडेट रहे।
4- सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करते समय संवेदनशील डेटा साझा करने से बचें।
5- अपने बैंकिंग ऐप और पासवर्ड सुरक्षित रखें। किसी के साथ ओटीपी या पासवर्ड साझा न करें।
6- 92 कंट्री कोड से आने वाले मैसेजेस या कॉल्स को ब्लॉक कर दें और उनका जवाब ना दें।
7- ऐसा पासवर्ड चुनें जिसमें अंग्रेजी के बड़े अक्षर, छोटे अक्षर, नंबर्स व स्पेशल कैरेक्टर आदि शामिल हों।
8- अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर टू फैक्टर ऑथनटिकेशन ऑन रखें और आवश्यकता होने पर पुलिस के अपराध पोर्टल पर रिपोर्ट करें।
इस समय बरतें अधिक सतर्कता
भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर व सरहद पर बदले हालात के बाद पाकिस्तानी हैकर्स की साइबर सेल के सक्रिय होने की आशंका बढ़ गई है। ये लोग विभिन्न तरीकों से हमारे बैंक अकाउंट व फोन हैक करने का प्रयास कर सकते हैं। अनजान फाइल्स व कॉल-मैसेज स्वीकार नहीं करें। इसलिए इस समय अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है।भूराराम खिलेरी, पुलिस उपाधीक्षक, भोपालगढ़