एसआइ मनोजकुमार के अनुसार आरोपी ताराचंद जाखड़ व उसका पुत्र घनश्याम को पकडऩे के लिए सुबह जाखड़ों की ढाणी स्थित खेत पर बने मकान में दबिश दी और ताराचंद पुत्र बीरमाराम जाखड़ को पकड़ लिया। जबकि घनश्याम भाग निकला। पुलिस का आरोप है कि घरवालों ने उसे भगा दिया।
बगैर सर्च वारंट के घर में घुसने को लेकर घरवाले विरोध में उतर आए और दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की होने लगी। पुलिस का आरोप है कि इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने पथराव किया। जिससे पुलिस जीप के कांच फूट गए। एसआइ मनोज व कांस्टेबल मघाराम के मामूली चोटें आईं। पुलिस तलाशी लेने छत पर बने कमरे में पहुंची तो घरवालों ने नीचे से दरवाजे बंद कर दिए। विरोध के चलते एक कांस्टेबल को भागना पड़ा।
बाद में अतिरिक्त जाब्ता बुलाकर ताराचंद जाखड़ व उसकी पत्नी भंवरीदेवी, सेवाराम जाखड़ व उसकी पुत्री देवी को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। एसआइ की तरफ से राजकार्य में बाधा डालने, धक्का-मुक्की व सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की अभद्रता व धक्का-मुक्की, मां बेहोश : हेड कांस्टेबल
आरोपी घनश्याम जाखड़ पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर में हेड कांस्टेबल गणेश का भतीजा है। चाचा व भतीजे के घर पुलिस की दबिश का पता लगने पर हेड कांस्टेबल भी खेत पहुंचा। उसका आरोप है कि पुलिस ने घरवालों से अभद्रता की और सत्तर वर्षीय मां अनोपीदेवी को धक्का दिया। जिससे वह बेहोश हो गई। उसका एम्स में उपचार कराया गया। इस कारण वह ड्यूटी पर नहीं जा पाया। पुलिस के एक अधिकारी के फोन करने पर उसने मामले की जानकारी दी। बाद में वह अवकाश लेने पहुंचा तो उसकी गैर हाजरी लगा दी गई।