वंचितों को मुख्य धारा से जोडऩे का प्रयास है प्रोजेक्ट गरिमा
- संभली ट्रस्ट नि:शुल्क ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करने का कर रहा प्रयास

जोधपुर।
महिला अधिकारों, स्किल डवलपमेंट और उनको स्वरोजगार से जोडऩे की दिशा में पिछले डेढ़ दशक से काम कर रहे संभली ट्रस्ट ने अब वंचितों को मुख्य धारा से जोडऩे के लिए प्रोजेक्ट गरिमा शुरू किया है। ट्रांसजेंडर सहित एलजीबीटी प्लस समूह के लोगों को नि:शुल्क सप्ताह में एक दिन एक मंच पर लाया जा रहा है।
संभली के प्रबंधक ट्रस्टी गोविंद राठौड़ के अनुसार समाज में अभी भी वंचितों को बराबरी का दर्जा नहीं दे रहे। इनके साथ शारीरिक व मानसिक रूप से शोषण हो रहा है। इसीलिए ट्रस्ट ने ऐसे लोगों की काउंसलिंग करने के लिए साइकॉलोजिस्ट, एडवोकेट व अन्य विशेषज्ञों की टीमें लगाई हैं। साथ ही रिक्रिएशन एक्टिविटी के साथ उन्हें खुलकर आवाज उठाना भी बताया जा रहा है। प्रत्येक रविवार इनके लिए विशेष शिविर में सांस्कृतिक कार्यक्रम व गाइडेंस शिविर भी होते हैं। ट्रस्ट के वीरेन्द्रसिंह के अनुसार इस प्रोजेक्ट के लिए फिलहाल कोई फंडिंग नहीं है, लेकिन वंचितों की पीड़ा को देखते हुए संभली अपने गरिमा प्रोजेक्ट को बड़े स्तर पर ले जाएगी।
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