
Rajasthan News: आरएएस अधिकारी प्रियंका बिश्नोई की अहमदाबाद में मौत के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव गुरुवार को एम्स मोर्चरी लाया गया, जहां परिजन व समाज के लोग धरने पर बैठ गए। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए वे वसुंधरा अस्पताल व डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और कानूनी कार्रवाई की मांग करने लगे।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) राजर्षि राज वर्मा ने धरनास्थल पर बैठकर सभी से वार्ता की और जांच कमेटी की रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए डॉक्टर के खिलाफ सीधे एफआईआर दर्ज करने में असमर्थता जताई। तब परिजन व समाज के लोगों की सहमति बनने पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजन को सौंपा गया। बाद में शव प्रियंका (RAS Priyanka Bishnoi) के ससुराल फलोदी के सुरपुरा ले जाया गया। जहां शाम सात बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में जोधपुर की सम्भागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह व जोधपुर कलक्टर गौरव अग्रवाल भी शामिल हुए। उधर, आरएएस अधिकारी की मौत के बाद पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर चौहाबो में वसुंधरा अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी।
वर्ष 2019 बैच की आरएएस अधिकारी प्रियंका बिश्नोई को गत छह सितम्बर को चौहाबो में वसुंधरा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के बाद तबीयत खराब होने पर परिजन सात सितम्बर को अहमदाबाद ले गए थे, जहां इलाज के दौरान बुधवार रात को मौत हो गई थी। समाज के लोगों ने दोषी डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। बिश्नोई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया ने मुख्यमंत्री से सीबीआई जांच की मांग की। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आरएएस प्रियंका विश्नोई के निधन पर संवेदना व्यक्त की।
वर्ष 2019 बैच की आरएएस प्रियंका डूंगरपुर, चूरू, विजयनगर में पदस्थापित रहीं थी। गत अगस्त में ही उन्हें जोधपुर एसडीएम पद का कार्यभार ग्रहण किया था। हाल ही उनका तबादला नगर निगम दक्षिण में उपायुक्त पद पर किया गया था, लेकिन बीमारी की वजह से कार्यभार ग्रहण नहीं कर पाई थीं।
जिस गांव में आठ साल पहले बीनणी बनकर एसडीएम प्रियंका का स्वागत हुआ था, गुरुवार को उसी का शव देखकर हर कोई मायूस और आंखों में आंसू लिए था। फलोदी जिले के सुरपुरा गांव के बजरंग नगर के रहने वाले आबकारी विभाग के निरीक्षक विक्रम बिश्नोई की 2017 में प्रियंका से शादी हुई थी। गांव वालों ने बताया कि उनके गांव में पहली बार कोई युवक आरएएस अधिकारी को ब्याह कर लाया था। आरएएस अधिकारी प्रियंका के प्रति गांव के लोगों में एक खास छवि थी। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक छा गया।
कलक्टर गौरव अग्रवाल ने आरएएस प्रियंका बिश्नोई के इलाज में लापरवाही की शिकायत पर जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी गठित की थी। मेडिकल कॉलेज की ङ्क्षप्रसिपल डॉ. भारती सारस्वत ने बताया कि कमेटी ने गुरुवार शाम को रिपोर्ट कलक्ट्रेट कार्यालय की गोपनीय शाखा में सौंप दी है। कमेटी में डॉ. रंजना देसाई, डॉ. इंदू थानवी, डॉ. विजय शर्मा, डॉ. शुभकरण खींचड़ व डॉ. नवीन पालीवाल को शामिल किया गया था। इधर, कलक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि रिपोर्ट का अध्ययन करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वसुंधरा हॉस्पिटल के कंसल्टेंट डॉ. संजय मकवाना ने बताया कि सर्जिकल में कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं था। जब प्रियंका की सीटी स्कैन अहमदाबाद में हुई तो उनके ब्रेन में एक एवी मालफॉर्मेशन था, उसी से सारी प्रॉब्लम हुई है। ब्लीङ्क्षडग होने से पहले पता चल जाता तो इलाज होने की संभावना थी, लेकिन जब तक पता चला तब तक न्यूरोलॉजिकल परेशानी बढ़ चुकी थी। इसलिए ऑपरेशन करने के लिए पेशंट फिट नहीं थी।
Updated on:
20 Sept 2024 07:40 am
Published on:
20 Sept 2024 07:39 am
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