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गहलोत सरकार का बड़ा तोहफाः अब राजस्थान के युवाओं को होगा इतना बड़ा फायदा, खुल जाएगी किस्मत

एनएलयू जोधपुर में पंचवर्षीय विधि पाठ्यक्रम में 104 सामान्य सीटें और 17 एनआरआई सीटें हैं।

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गजेंद्र सिंह दहिया, जोधपुर। राजस्थान मूल के विद्यार्थियों के आरक्षण (स्टेट डोमिसाइल) को लेकर बीते पांच से राज्य सरकार और राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एनएलयू) जोधपुर के बीच चल रही खींचातनी अब खत्म हो गई है। आगामी 3 दिसम्बर को होने वाली एनएलयू की प्रवेश परीक्षा क्लेट: 2024 में एनएलयू जोधपुर ने राजस्थानी मूल के विद्यार्थियों के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण लागू कर दिया है। इसके साथ ही एनएलयू जोधपुर ने पहली बार ओबीसी और एमबीसी आरक्षण का प्रावधान भी किया है। नया सीट मेट्रिक्स क्लेट कंसोर्टियम ने जारी किया है।

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अभी केवल एससी/एसटी व दिव्यांग के लिए आरक्षण

एनएलयू जोधपुर में पंचवर्षीय विधि पाठ्यक्रम में 104 सामान्य सीटें और 17 एनआरआई सीटें हैं। अभी अनुसूचित जाति के लिए 15 फीसदी अनुसूचित जनजाति के लिए 7.5 फीसदी और दिव्यांग के लिए 5 फीसदी आरक्षण लागू है। नए सीट मैट्रिक्स में सामान्य की 62 सीटें, ओबीसी की 25, एससी की 18, एसटी की 9, एमबीसी की 6 सीटें रखी गई है।

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अब 23 में से 22 एनएलयू में आरक्षण

अब तक देश के 23 एनएलयू में से दिल्ली और जोधपुर ही ऐसे थे जिसने अपने राज्य के अभ्यर्थियों को आरक्षण नहीं दिया था। 5 मार्च 2018 को विधानसभा में जोधपुर एनएलयू में 25 फीसदी सीटें आरक्षित करने का प्रस्ताव पास किया था।


इस बार आसान रहेगी क्लेट

- 1 जुलाई से क्लेट आवेदन शुरू

- 3 नवम्बर आवेदन की अंतिम तिथि

- 3 दिसम्बर को होगी क्लेट परीक्षा

- 150 की जगह इस साल केवल 120 प्रश्न आएंगे

- 2 घंटे का परीक्षा समय यथावत रखा गया है

- 80 हजार से अधिक अभ्यर्थी बैठते हैं परीक्षा में

एनएलयू जोधपुर देश के टॉप-5 में विवि. में से एक है। अब तक टॉप रेंकर्स को भी यहां जगह नहीं मिलती थी और दूसरे एनएलयू से डिग्री लेनी पड़ती थी। स्टेट रिजर्वेशन लागू होने से राजस्थानियों को काफी फायदा होगा।

राजेंद्र खदाव, क्लेट विशेषज्ञ