— इंट्रेस्ट सबवेंशन में यदि बैंक 8 प्रतिशत ब्याज लगाता है तो उसमें 5 प्रतिशत की छूट मिल जाती है। निर्यातक को कर्ज पर मात्र 3 प्रतिशत ब्याज अदा करना पड़ता है। इससे निर्यातकों को ब्याज में रियायत मिल जाती है। हैण्डीक्राफ्ट व अन्य निर्यात उद्योगों की बदहाली को देखते हुए इसे कम से कम एक साल के लिए बढ़ाया जाना चाहिए था। बावजूद इसके तीन माह की मोहलत देकर कुछ राहत जरुर दी गई है।
डॉ भरत दिनेश, अध्यक्ष जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन