पत्रिका ने उठाया मुद्दा : जगह-जगह बने गड्ढों से आमजन को हो रही परेशानी को लेकर राजस्थान पत्रिका में समय-समय पर खबरें प्रकाशित की गई। विशेषकर किसानों के लिए ये सड़क़ें रोजाना की आफत बनी हुई थी। नई सडक़ बनने से निंबो का तालाब, पल्ली, जेरिया, उनावड़ा,देणोक, बापिणी, बालेसर, चामूं, ओसियां, जोधपुर व नागौर के रूट मेंसंचालित वाहनों की राह सुगम होगी।
इन्होंने कहा
राडिया बेरा सडक़ का कार्य सप्ताह भर में शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही हरलायां-नौसर सडक़ का भी वर्क ऑर्डर जारी कर दिया है। दोनों सडक़ें तैयार कर दी जाएगी।
दीपाराम चौधरी, एक्सईएन, सानिवी, जोधपुर।
इस दौरान मौके पर उपस्थित ग्रामीण पूर्व सैनिक गणपत सिंह माहेचा, गुमानाराम गोदारा, स्वरूप सिंह चम्पावत, मोहन सिंह सिन्धल, बलवन्त सिंह सांखला, मंगलाराम देवासी, सुमेर सिंह माहेचा ने बताया कि कटाणी रास्ते का विवाद उत्तर एवं दक्षिणी दिशा की ओर लेकिन विभागीय अधिकारी पैमाइश पूर्व-पश्चिमी दिशाओं की ओर से करके आरोपी द्वारा दूसरी जगह से अपनी मर्जी से बनाई सडक़ को सही बता रहे है। वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया यदि चार साल पूर्व पंचायत द्वारा बिछाई गई ग्रेवल सडक़ मार्ग को एक स्थान से बदलने के बाद पूरे तीन किलोमीटर सडक़ मार्ग का स्थान बदलना पड़ेगा। एेसे में कई कई परिवारों की आवाजाही बंद हो जाएगी। वर्तमान में इस रास्ते से देवासी, पंवारों, चौहाणों एंव बरसिगों का बास से तेजासरा एवं उनावड़ा से निम्बों का तालाब के बीच का सम्पर्क भी टूट जाएगा।