भंडारी ने टेलीफोन पर राजस्थान पत्रिका को बताया कि मौजूदा हालात के मद्देनजर यूक्रेन में तो शिविर नहीं लग सकता, लेकिन पौलेंज जैसे पड़ोसी देशों में ऐसे शिविर की सम्भावनाएं तलाशी जा सकती है। इस संबंध में उन्होंने जयपुर फुट के संस्थापक डीआर मेहता से भी चर्चा की है। बैठक में उन्होंने बताया कि अब तक 33 देशों में 85 अंतरराष्ट्रीय शिविरों में 1.19 मिलियन लोगों को कृत्रिम अंग लगाए जा चुके हैं। वसुधैव कुटुम्बकम को ध्येय मानते हुए जयपुर फुट सैन्य अभियानों में घायल हुए जरूरतमंदों को कृत्रिम अंग निःशुल्क लगाता है।
जयपुर फुट यूएसए रूस-यूक्रेन युद्ध में घायल हुए सैनिकों व आम नागरिकों को कृत्रिम अंग लगाने के लिए शिविर लगाने की तैयारी में जुटा है। यूक्रेन में चूंकि अभी युद्ध चल रहा है। बैठक में भंडारी ने यूक्रेन युद्ध में घायल हुए सैनिकों व आम नागरिकों के लिए जयपुर फुट शिविर लगाने का प्रस्ताव रखा।