मुख्य वक्ता एडवोकेट देवकीनंदन व्यास ने अपने उद्बोधन में अधिकारों के पूर्व मूल कर्तव्यों की जानकारी को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि संविधान व विधिक जानकारी आम व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि करती है। प्राचार्य धर्मपाल नारनौलिया, नोडल अधिकारी डॉ दिनेश गहलोत और स्थानीय संयोजक उम्मेद राज लक्ष्कार ने विचार रखे।
नोडल अधिकारी डॉ गहलोत ने बताया कि पाठ्यक्रम के लिए 50 ग्रामीणों पंजीकरण कराया है। प्रतिभागियों को साइबर क्राइम, सूचना का अधिकार, उपभोक्ता अधिकार, ट्रैफिक नियम और अन्य सामाजिक विधियों की जानकारी दी जाएगी।
नोडल अधिकारी डॉ गहलोत ने बताया कि पाठ्यक्रम के लिए 50 ग्रामीणों पंजीकरण कराया है। प्रतिभागियों को साइबर क्राइम, सूचना का अधिकार, उपभोक्ता अधिकार, ट्रैफिक नियम और अन्य सामाजिक विधियों की जानकारी दी जाएगी।