वर्तमान जीवनशैली, आधुनिक खानपान और मानसिक तनाव के कारण आज के समय में दम्पत्तियों में नि:सन्तानता की समस्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है। विवाहित जोडो के लिये यह एक बहुत बडा अभिशाप बन जाती है और इलाज के लिए कई बार नि:संतान दंपत्ति एलोपैथी में लाखों रुपए खर्च कर इलाज करवाते हैं, लेकिन आयुर्वेद पद्धति में नि:सन्तानता की चिकित्सा के विस्तृत उपाय बतायें गये हैं, जिनसे आसानी से हानिरहित इलाज संभव है।
स्वस्थ शिशु जन्मे ‘नि:सन्तानता से ग्रसित 6 से 7 रोगिणियां आयुर्वेद चिकित्सालय में उपचार के उपरान्त न केवल गर्भधारण में समर्थ हुई अपितु उन्होंने स्वस्थ शिशु को भी जन्म दिया। आयुर्वेदिक उपचार द्वारा पूर्व में अनेक महिलाएं इन बीमारियों से मुक्त होकर वर्तमान में स्वस्थ जीवन जी रहीं है।Ó
प्रो. राधेश्याम शर्मा, कुलपति, आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर