—- निराशावादी बजट जेआइए निवर्तमान अध्यक्ष अशोक बाहेती ने कहा कि बजट में नई औद्योगिक नीति संबंधित कोई प्रावधान नहीं किया गया है। घोषणाएं सिर्फ खयाली पुलाव है। जेआइए के पूर्व अध्यक्ष आशाराम धूत ने कहा कि बजट में पूर्णतया चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी है। वाणिज्य व उद्योग जगत को बजट से निराशा ही हाथ लगी है। एबीवीपी के प्रांत मंत्री अविनाश खारा ने बजट को निराशावादी बजट बताया। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वरुण धनाडिया ने बजट को असंतोषजनक बजट बताया।
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