सुरेखाजी की ओर से मेरे लिए कहे शब्द अनमोल विरासत
दूरदर्शन के लिए साहित्य के दिग्गजों में से एक विजयदान देथा ‘विज्जी’ के खजाने संकलन से कुछ कहानियों का चयन लघु फिल्मों के निर्माण के लिए किया गया। उनमें से चार पांच कहानियों पर आधारित लघु फिल्मों में मंैने अलग-अलग तरह के रोल प्ले किए थे। लघु फिल्म ‘दूरी’ शीर्षक कहानी पर आधारित थी जिसमें अभिनेत्री सुरेखा सीकरी के साथ मुझे अभिनय करने का अवसर मिला था।
लघु फिल्म की शूटिंग भी विजयदान देथा ‘विज्जी’ के गांव जोधपुर जिले के बोरून्दा में की गई। दूरी लघु फिल्म शहरीकरण जीवन के असंवेदनशीलता का मार्मिक ढंग से चित्रण करती है। करीब एक दशक पूर्व इस फिल्म की शूटिंग बिना किसी रिहर्सल के शुरू की गई। मुझे फिल्म की स्क्रिप्ट भी कुछ समय दी गई।
रात के नेचुरल वातावरण में ही फिल्मांकन और संपादित किया गया। फिल्म में मेरा रोल एक लोहार की पत्नी का था। सुरेखाजी गांव की बुजुर्ग काकी के रोल में थी जिनसे मेरे बीच लंबा संवाद और बातचीत का सीन था। शूटिंग खत्म होने के बाद रात को काफी समय सुरेखाजी साथ बिताया और उनके जीवन से जुड़े कई संस्मरण सुने।
सुरेखा सीकरी स्वभाव से अत्यंत सरल, कुशल और एक उम्दा कलाकार थी। शूटिंग पूरी होने के बाद उन्होंने मुझे कहा कि अनुराधा तुम बहुत नेचुरल एक्ट्रेस हो और तुमने बहुत सहज तरीके से सीन पूरा किया। बस वही शब्द मेरे लिए अनमोल विरासत बन गए।
-अनुराधा अडवानी, समाजसेविका व रंगमंच कलाकार ने जैसे राजस्थान पत्रिका को बताया