पण्डितजी की ढाणी निवासी मृतका के पिता रेंवतराम सुथार ने अपने दामाद करनाराम, पुत्री की सास व ससुर के खिलाफ दहेज के लिए तंग व प्रताडि़त करने और हत्या करने के बाद मां-पुत्री के शव टांके में डालने का आरोप लगाया। पुलिस ने हत्या व दहेज हत्या का मामला दर्ज किया गया। शादी को साढ़े छह साल होने से मामले की जांच वृत्ताधिकारी (ओसियां) नूर मोहम्मद मामले की जांच करेंगे। एमडीएम अस्पताल में गुरुवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जाएगा।परिजन का कहना है कि मृतका चार माह की गर्भवती भी थी।
मरने से पहले महिला ने किया था फोन
मृतका के पिता व अन्य परिजन का कहना है कि साढ़े छह साल पहले पुत्री की शादी करनाराम से कराई गई थी।जो गुजरात के सूरत में काम करता है।शादी के बाद से उसे तंग व प्रताडि़त करने लग गए थे। पुत्री ने मंगलवार को अपने पीहर में फोन कर अंदेशा जताया था कि ससुराल वाले उसे मार देंगे।ससुराल पक्ष का कहना है कि वे मंगलवार रात जागरण में गए थे। लौटने पर मां व पुत्री नहीं मिले। तलाश के बाद टांके में मृत पाए गए थे।
मृतका के पिता व अन्य परिजन का कहना है कि साढ़े छह साल पहले पुत्री की शादी करनाराम से कराई गई थी।जो गुजरात के सूरत में काम करता है।शादी के बाद से उसे तंग व प्रताडि़त करने लग गए थे। पुत्री ने मंगलवार को अपने पीहर में फोन कर अंदेशा जताया था कि ससुराल वाले उसे मार देंगे।ससुराल पक्ष का कहना है कि वे मंगलवार रात जागरण में गए थे। लौटने पर मां व पुत्री नहीं मिले। तलाश के बाद टांके में मृत पाए गए थे।
पीहर वालों को बिना बताए ले गए शव
मृतका के पीहर पक्ष का आरोप है कि ससुराल वालों ने मंगलवार देर रात मां व पुत्री की हत्या कर दी थी। फिर शव टांके में डाल दिया था। मध्यरात्रि में ससुराल वालों ने दोनों शव बाहर निकाले और बगैर पीहर व पुलिस को सूचित किए दोनों को ओसियां ले गए थे, जहां शव मोर्चरी में रखवा दिए गए। गुपचुप तरीके से आत्महत्या का रूप देकर शव के पोस्टमार्टम व निस्तारण की कार्रवाई में लग गए थे। इस बीच, किसी ने पीहर पक्ष को सूचित किया। तब वो ओसियां के अस्पताल पहुंचे और विरोध जताया। तब पुलिस ने बोर्ड से पोस्टमार्टम के लिए शव जोधपुर भिजवाए।
मृतका के पीहर पक्ष का आरोप है कि ससुराल वालों ने मंगलवार देर रात मां व पुत्री की हत्या कर दी थी। फिर शव टांके में डाल दिया था। मध्यरात्रि में ससुराल वालों ने दोनों शव बाहर निकाले और बगैर पीहर व पुलिस को सूचित किए दोनों को ओसियां ले गए थे, जहां शव मोर्चरी में रखवा दिए गए। गुपचुप तरीके से आत्महत्या का रूप देकर शव के पोस्टमार्टम व निस्तारण की कार्रवाई में लग गए थे। इस बीच, किसी ने पीहर पक्ष को सूचित किया। तब वो ओसियां के अस्पताल पहुंचे और विरोध जताया। तब पुलिस ने बोर्ड से पोस्टमार्टम के लिए शव जोधपुर भिजवाए।