साल 2009 से 2016 तक वायरस एच-एन-1 का कैलिफोर्निया स्ट्रेन था, जो बादमें अपने डीएनए में बदलाव कर 2017 के अंत तक मिशिगन स्ट्रेन में तब्दील हो गया। आशंका है कि इस बार फिर इसने अपनी जेनेटिक शक्ल बदली है। बार-बार स्ट्रेन परिवर्तन से इस बीमारी पर काबू पाना विशेषज्ञों के लिए भी चुनौती बना हुआ है। जोधपुर में 2017-18 में पहली बार ऐसा हुआ था कि स्वाइन फ्लू का वायरस बरसात के मौसम में भी पनप गया।
जोधपुर में ही इतना क्यों फैल रहा? सवाल पर विशेषज्ञों के जवाब समय पर नहीं ले रहे इलाज इस वायरस में कई जेनेटिक बदलाव हुए हैं। इसकी परत दर परत जांच भी होनी चाहिए। जैसलमेर व बाड़मेर जिले बहुत बड़े इलाके हैं। यहां से कई मरीज इलाज के लिए देरी से पहुंच रहे हैं।
– डॉ. प्रभूप्रकाश गुप्ता, प्रोफेसर, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज
…अब आगे क्या?
हाई रिस्क पेशेंट के फ्री वैक्सीनेशन का रखेंगे प्रस्ताव हम इसी माह होने वाली वीडियो कांफ्रेंस में हाई रिस्क वाले रोगियों को निशुल्क वैक्सीनेशन का प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखेंगे। हाई रिस्क रोगियों में वृद्ध, गंभीर बीमारियों से ग्रसित, छोटे बच्चे और गर्भवती शामिल हैं।
– डॉ सुनील बिष्ट, सीएमएचओ, जोधपुर