
Tatkal Rail Ticket : ऐसे रेलवे की वेबसाईट हैक कर बनाते तत्काल रेल टिकट, अब धरे गए
- आरोपी का आरपीएफ के समक्ष समर्पण, जेल भेजा
जोधपुर . रेलवे की आईआरसीटीसी की वेबसाइट को हैक कर विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से रेलवे टिकटों को कई गुना अधिक दाम पर बेचने के आरोपी ने तीन दिन तक भूमिगत रहने के बाद राजकीय रेलवे पुलिस (आरपीएफ) के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उससे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उसने छह माह में 7.89 लाख रुपए के रेलवे टिकट अवैध रूप से बेचे हैं। आरोपी को रेलवे कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने पर न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए। आरपीएफ की अपराध शाखा के उप निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि प्रकरण में रातानाडा में एयरपोर्ट रोड निवासी दिलीप बोराणा वांछित था। जो कार्रवाई के बाद से भूमिगत हो गया था। दबाव के चलते उसने आरपीएफ के समक्ष समर्पण कर दिया। पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजने के आदेश दिए गए। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह अब तक छह माह में 7 लाख 89 हजार 135 रुपए के रेलवे टिकट अवैध बेचना कबूल किया है। गौरतलब है कि आरोपी सूरत में कार्रवाई के बाद मिली जानकारी के आधार पर आरपीएफ ने शनिवार को एयरपोर्ट रोड स्थित संतोष टेलिकॉम पर दबिश देकर रेलवे की वेबसाइट हैक करके रिजर्वेशन टिकटों में हेराफेरी करके बेचने मामला पकड़ा था।
यह था मामला
वेबसाइट हैक कर साफ्टवेयर से एक साथ निकालते छह टिकट
अपराध शाखा के एसआई सुरेन्द्र सिंह का कहना है कि टिकटों की कालाबाजारी करने वालों के पास विशेष सॉफ्टवेयर है। वे रेलवे की वेबसाइट आईआरसीटीसी को हैक करते हैं। फिर विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से एक बटन दबाते ही तत्काल के छह टिकट एक साथ निकाल लेते हैं, जबकि रेलवे रिजर्वेशन कार्यालय में कर्मचारी एक बार में सिर्फ एक ही टिकट बना पाता है।
दो से ढाई गुना दर पर तत्काल टिकट का बेचान
वर्तमान में रेलवे में रिजर्वेशन की मारा-मारी चल रही है। आमजन को न तो रिजर्वेशन मिल रहे हैं, न ही तत्काल पर कोई राहत। जबकि यह गिरोह सॉफ्टवेयर की मदद से तत्काल के टिकट को कई गुना अधिक दर पर खास लोगों को बेच देते हैं।
Published on:
09 May 2018 09:54 am
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