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कृष्ण मंदिरों में पुजारियों ने निभाई नंदोत्सव की परम्परा

locationजोधपुरPublished: Aug 13, 2020 11:05:21 pm

Submitted by:

Nandkishor Sharma

अभिषेक के बाद ठाकुरजी के विग्रह का ऋतुपुष्पों से शृंगार

कृष्ण मंदिरों में पुजारियों ने निभाई नंदोत्सव की परम्परा

जोधपुर के तनावाडा फाटा स्थित इस्कॉन मंदिर में कृष्ण जन्म के बाद गुरुवार को नंदोत्सव के दौरान सजी राधा कृष्ण की प्रतिमा

जोधपुर. भगवान कृष्ण के प्राकट्योत्सव जन्माष्टमी के दूसरे दिन गुरुवार को सुबह सूर्यनगरी के प्रमुख कृष्ण मंदिरों में पुजारियों की ओर से नंदोत्सव की परम्परा निर्वहन किया गया। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण पुष्टीमार्गीय परम्परा से जुड़े मंदिरों में ठाकुरजी के मनोरथ के दौरान दर्शनार्थियों को प्रवेश की अनमुति नहीं दी गई। राज्य सरकार की गाइड लाइन के तहत दर्शनार्थियों के लिए मंदिरों के प्रवेश द्वार पूरी तरह बंद रहे। कटला बाजार स्थित कुंजबिहारी, चौपासनी स्थित श्याममनोहर प्रभु मंदिर, अंतरराष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत संघ इस्कॉन जोधपुर की ओर से तनावड़ा स्थित मंदिर में सुबह पुजारियों की ओर से नंदोत्सव मनाया गया। नंदोत्सव के बाद ठाकुरजी के विग्रह का ऋतुपुष्पों से आकर्षक शृंगार किया गया। इस्कॉन मंदिर में 56 भोग आरती की गई। इस्कॉन की ओर से तनावड़ा फांटा स्थित श्री राधा गोविंद मंदिर में आयोजित जन्माष्टमी महोत्सव के दूसरे दिन नंदोत्सव में राधाकृष्ण विग्रह का विशेष शृंगार किया गया। दर्शनार्थियों का मंदिर परिसर में प्रवेश पूर्णतया वर्जित रहा एवं इसलिए सभी कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण इस्कान जोधपुर के फेसबुक पेज एवं यूट्यूब चैनल पर किया गया। इस्कॉन की ओर से डिजिटल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के अंतर्गत बच्चो के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम फैंसी ड्रेस, नृत्य, भजन गायन, श्लोक उच्चारण आदि प्रतियोगिताओ का ऑनलाइन आयोजन किया गया।

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