थानाधिकारी गोविंद व्यास के अनुसार प्रकरण में मूलत: हीरादेसर हाल शंकर नगर सेक्टर डी निवासी राजेन्द्र सुथार, पत्नी इन्द्रा व पुत्र नीतिन के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजन पैतृक गांव ले गए। एेसे में मृतक के भाई, साले व अन्य परिजन से बयान नहीं हो पाए।
चूंकि परिवार में रहने वाले तीनों सदस्य की मृत्यु हो चुकी है। एेसे में इनके बयान होने के बाद ही कर्ज, ब्याज व नामजद आरोपियों के संबंध में स्थिति स्पष्ट होगी। पुलिस का कहना है कि मौके से चार-पांच छोटी-छोटी डायरियां मिली हैं। जिनमें लाखों रुपए का हिसाब लिखा है। यह हिसाब कर्ज और काम-काज संबंधी हो सकता है।
चूंकि परिवार में रहने वाले तीनों सदस्य की मृत्यु हो चुकी है। एेसे में इनके बयान होने के बाद ही कर्ज, ब्याज व नामजद आरोपियों के संबंध में स्थिति स्पष्ट होगी। पुलिस का कहना है कि मौके से चार-पांच छोटी-छोटी डायरियां मिली हैं। जिनमें लाखों रुपए का हिसाब लिखा है। यह हिसाब कर्ज और काम-काज संबंधी हो सकता है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट होगा मृत्यु का कारण
कर्ज व दस रुपए प्रति सैंकड़ा की दर से ब्याज से परेशान होकर राजेन्द्र सुथार, उसकी पत्नी इन्द्रा व पुत्र नीतिन ने गत दो जुलाई की मध्यरात्रि में जान दे दी थी। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम करवा शव परिजन को सौंपे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हो सकेगा कि महिला की हत्या की गई थी या आत्महत्या की थी।
कर्ज व दस रुपए प्रति सैंकड़ा की दर से ब्याज से परेशान होकर राजेन्द्र सुथार, उसकी पत्नी इन्द्रा व पुत्र नीतिन ने गत दो जुलाई की मध्यरात्रि में जान दे दी थी। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम करवा शव परिजन को सौंपे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हो सकेगा कि महिला की हत्या की गई थी या आत्महत्या की थी।