पुलिस के अनुसार आडा बाजार निवासी शिवप्रकाश पुत्र रामस्वरूप सिंघल ने गुरों का तालाब के पास महावीर नगर निवासी योगेश संचेती पुत्र मोहनलाल, खेड़ापा थानान्तर्गत बारां डारा निवासी सूरजसिंह पुत्र मोहनसिंह व सूरसागर निवासी कैलाश सिंह पुत्र गणेशलाल के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कराया है।
आरोप है कि जालोरी गेट सर्किल के पास अमरनाथ बिल्डिंग में छोटे भाई श्रीराम की सिंघल बुक कम्पनी नामक दुकान है। जिसे अल-सुबह छह बजे पिता खोलते हैं। तब तीनों कर्मचारी दुकान आते हैं और साफ-सफाई व बिखरे सामान को जमाते हैं। इस दौरान पिता तीनों कर्मचारियों के भरोसे दुकान छोड़ पड़ोस में स्थित स्टेशनरी की दूसरी दुकान निकल जाते हैं। तीनों कर्मचारी दो बजे तक दुकान में रहते हैं। कर्मचारियों ने भरोसे का फायदा उठाकर दुकान में रखी कीमती किताबें और अन्य स्टेशनरी सामान एक बाहरी व्यक्ति की मदद से गायब करना शुरू कर दिया।
गत दिनों स्टॉक में किताबें व स्टेशनरी सामान कम मिला तो मालिक ने तीनों कर्मचारियों से पूछताछ की, लेकिन तीनों ने गोलमोल जवाब दिया। संदेह होने पर मालिक ने दुकान में रखे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू किए। जिसमें स्पष्ट हो गया कि भरोसे का फायदा उठाकर तीनों कर्मचारी कीमती किताबें व अन्य सामान बैग और कट्टों में भरकर बाहर से आने वाले एक अन्य व्यक्ति को सौंपते थे। यह व्यक्ति हेलमेट पहनकर खाली बैग लेकर आता था और किताबों व सामान से भरकर ले जाता था। इसके अलावा फुटेज में एक कर्मचारी गल्ले से रुपए चुराते भी नजर आया। चोरी होने वाले सामान की कीमत लाखों रुपए में आंकी जा रही है।
काम पर आना छोड़ा, पूछताछ में कबूली वारदात
दुकान मालिक ने तीनों कर्मचारियों से बातचीत की और सीसीटीवी फुटेज चेक कराए। चोरियों के संबंध में पूछताछ की तो एक-एक कर तीनों ने काम पर आना बंद कर दिया। मालिक ने घरवालों की मदद से तीनों से बातचीत की। जिसमें तीनों ने वारदात स्वीकार कर ली और माफी भी मांगी। दो आरोपियों ने चोरी के सामान के बदले भुगतान करने का विश्वास दिलाया। जबकि योगेश ने रुपए लौटाने से इनकार कर दिया।
दुकान मालिक ने तीनों कर्मचारियों से बातचीत की और सीसीटीवी फुटेज चेक कराए। चोरियों के संबंध में पूछताछ की तो एक-एक कर तीनों ने काम पर आना बंद कर दिया। मालिक ने घरवालों की मदद से तीनों से बातचीत की। जिसमें तीनों ने वारदात स्वीकार कर ली और माफी भी मांगी। दो आरोपियों ने चोरी के सामान के बदले भुगतान करने का विश्वास दिलाया। जबकि योगेश ने रुपए लौटाने से इनकार कर दिया।
चौथे आरोपी की पहचान, कार्रवाई नहीं
स्टेशनरी व्यवसायी ने सीसीटीवी फुटेज के साथ सरदारपुरा थाने में मामला दर्ज कराया। तीनों के सहयोगी चौथे युवक की पहचान सुखानंद की बगेची में रहने वाले एक युवक के रूप में हुई। फिलहाल आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
स्टेशनरी व्यवसायी ने सीसीटीवी फुटेज के साथ सरदारपुरा थाने में मामला दर्ज कराया। तीनों के सहयोगी चौथे युवक की पहचान सुखानंद की बगेची में रहने वाले एक युवक के रूप में हुई। फिलहाल आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।