
जोधपुर। हाल ही में एंड्रोइड मोबाइल में एक नया एमएमआरएटी मैलवेयर सामने आया है जो प्रोटोबफ कस्टम प्रोटोकॉल का उपयोग करके यूजर्स के मोबाइल से बैंकिंग डिटेल सहित अन्य जानकारियां चुरा रहा है। विशेष बात यह है कि यह रात को मोबाइल को खुद ही अनलॉक करके उसमें कमांड प्रोसेस करता है और जरुरत के अनुसार चीजें चुराकर खुद का अनइंस्टॉल कर लेता है। ऐसे में पता ही नहीं चल पाता है कि मोबाइल से सूचना किस माध्यम से चोरी हुई। इसके अलावा यह कई एंटी वायरस सॉफ्टवेयर को भी धोखा रहा है।
कैसे आता है मोबाइल में
जून 2023 में एमएमआरएटी मैलवेयर को पहली बार खोजा गया, लेकिन अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि यह एंड्रोइड मोबाइल में प्रवेश कैसे करता है। आइटी एक्सपर्ट के अनुसार एमएमआरएटी गवर्नमेंट ऑफिशियल एप, डेटिंग एप सहित अन्य पॉपुलर एप के जरिए इसके मोबाइल में आने की संभावना है। यह इंस्टॉल होने के बाद यूजर्स से विभिन्न प्रकार की अनुमति लेकर डाटा चोरी करता है।
प्रोटोबफ प्रोटोकॉल का इस्तेमाल
आईटी एक्सपर्ट मनीष शर्मा ने बताया कि नया मैलवेयर डाटा ट्रांसफर के लिए प्रोटोकॉल बफर्स (प्रोटोबफ़) पर आधारित एक विशेष कमांड और कंट्रोल (सी टू सी) सर्वर प्रोटोकॉल का उपयोग करता है, जो एंड्रॉइड ट्रोजन के बीच सामान्य नहीं है। यह डाटा आदान-प्रदान के लिए भी विभिन्न पोर्ट और प्रोटोकॉल का प्रयोग करता है। इसके बाद रिमोट एक्सेस के जरिए सूचनाएं चुरा लेता है।
यह करें यूजर्स
- एंड्रोइड यूजर्स को केवल गूगल प्ले से एप डाउनलोड करना चाहिए
- किसी अनवांटेड प्रोग्राम को परमिशन नहीं देनी चाहिए
- जब कोई एप इंस्टॉल हो रहा हो तो यूजर्स को इंस्टॉलेशन चरण पर ध्यान देना चाहिए ताकि सही एप के साथ कोई गलत एप आकर विभिन्न प्रकार की एक्सेस परमिशन नहीं ले लेंवे।
Published on:
03 Sept 2023 09:43 am
बड़ी खबरें
View Allजोधपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
