6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इस साल मई-जून में गायब हो गई गर्मी, नहीं आया होता मोचा चक्रवार्ती तूफान तो ऐसा रहता मौसम

बंगाल की खाड़ी में 9 से 15 मई दौरान मोचा नामक चक्रवाती तूफान पैदा हुआ थो जो अति गंभीर श्रेणी का था। इसका थार प्रदेश में विपरित असर पड़ा और तापमान में बढ़ोतरी हुई

2 min read
Google source verification
heat_1.jpg

जोधपुर। इस साल गर्मियों के मौसम में मरुस्थल के प्रवेश द्वार जोधपुर में लू की स्थिति नहीं रही। केवल छह दिन तापमान 42 डिग्री से अधिक रहा। इस साल सर्वाधिक तापमान 13 मई को 44.4 डिग्री रहा था यानी पारा 45 डिग्री को भी पार नहीं कर पाया। अब मानसून सीजन शुरू होने वाला है।

यह भी पढ़ें- Cyclonic Storm Biparjoy: बस इतनी देर में शुरु होने वाली है मूसलाधार बारिश, इतने जिलों के लिए Orange Alert जारी

सिंचाई विभाग की ओर से दो दिन बाद 15 जून से बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाएगी। पश्चिमी विक्षोभों के कारण इस साल गर्मियों के मौसम में तापमान औसत से कम अथवा आसपास ही रहा। मार्च से लेकर मई तक 17 विक्षोभ आए, जिन्होंने पारे को उछलने से रोका। लू में दो परिस्थितियां होती है। पहला तापमान 45 डिग्री से अधिक हो और दूसरा तापमान 40 डिग्री से अधिक व साथ में पारा सामान्य से 4.5 डिग्री अधिक हो। दोनों ही परिस्थितियां इस बार नहीं रही।

यह भी पढ़ें- Indian Army से जुड़ करना चाहते हैं देश की सेवा तो आपके पास है ये सबसे सुनहरा मौका, जानिए कैसे

मोचा नहीं होता तो और कम रहती गर्मी

बंगाल की खाड़ी में 9 से 15 मई दौरान मोचा नामक चक्रवाती तूफान पैदा हुआ थो जो अति गंभीर श्रेणी का था। इसका थार प्रदेश में विपरित असर पड़ा और तापमान में बढ़ोतरी हुई। इस साल सर्वाधिक तापमान वाले दिन भी मोर्चा के दरम्यान ही रिकॉर्ड हुए। जोधपुर में छह दिन तापमान 42 डिग्री के ऊपर रहा, जिसमें चार दिन मोचा चक्रवात के समय के है। जोधपुर में इस साल अब तक 14 दिन तापमान चालीस डिग्री के ऊपर रहा। उसमें भी 12 दिन मई महीने के थे। मार्च और अप्रेल में एक दिन भी पारा चालीस डिग्री से ऊपर नहीं गया। जून में केवल दो दिन तापमान चालीस डिग्री से ऊपर रहा।

इस साल पश्चिमी विक्षोभ औसत से अधिक आए और वे भी एक के बाद एक पीछे-पीछे आ गए, जिससे तापमान में अधिक बढ़ोतरी नहीं हो सकी।

राधेश्याम शर्मा, निदेशक, भारतीय मौसम विभाग जयपुर