अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) गोपालसिंह भाटी के नेतृत्व में निरीक्षक अनिल शर्मा, हेड कांस्टेबल मोहनराम, कांस्टेबल रामकुमार, ओमप्रकाश, अमरसिंह व लालाराम ने तीनों आरोपियों को एसीबी मामलात की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए।
ग्यारह एफआइआर दर्ज, एक साथ पेश होंगे चालान एएसपी गोपालसिंह भाटी ने बताया कि वर्ष 2010 में प्रशासन गांवों के संग शिविर में ग्राम पंचायत जाटावास की भूमि पर नियम विरूद्ध 511 लोगों को पट्टे जारी कर दिए गए थे। इससे सरकार को 2.38 करोड़ सात लाख 390 रुपए का नुकसान हुआ था। इस संबंध में जांच के बाद वर्ष 2014 में ग्यारह मामले दर्ज किए गए थे। ब्यूरो की तरफ से सभी मामलों में जांच पूरी हो चुकी है। तीन आरोपी पकड़ में भी आ गए हैं। जबकि लोहावट निवासी तत्कालीन ग्राम सेवक एवं सचिव मानाराम बिश्नोई की तलाश बाकी है। उसके पकड़ में आने पर एसीबी की ओर से एक साथ ग्यारह मामलों में कोर्ट में चालान पेश किए जाएंगे।