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कोरोना से जीतना है तो घरों में रहना जरूरी, महामारी फैली तो सीमित हो जाएंगे शहर के संसाधन

प्रशासन के सारे इंतजाम 'ऊंट के मुंह में जीरे' के समान हो जाएंगे। हालांकि प्रशासन ने हमारे जीवन की रक्षा के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। जोधपुर शहर की आबादी 16 लाख और पूरे जिले की बात करें तो 36 लाख है। डब्यूएचओ व भारत सरकार की गाइडलाइन अनुसार हम जितना घरों में रहेंगे, उतनी बीमारी कम फैलेगी। बीमारी कम फैलेगी तो इन संसाधनों की हमें कतई आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

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to break chain of coronavirus lockdown is necessary

कोरोना से जीतना है तो घरों में रहना जरूरी, महामारी फैली तो सीमित हो जाएंगे शहर के संसाधन

अभिषेक बिस्सा/जोधपुर. चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस दुनिया के 150 से अधिक देशों में पांव पसार चुका है। इतना ही नहीं, हमारे देश व प्रदेश और शहर तक आ पहुंचा है। इस लड़ाई में हमें प्रशासन व चिकित्सा प्रशासन के पास उपलब्ध मैनपॉवर व मशीनरी के भरोसे कतई नहीं रहना है। क्योंकि हमारे शहर में जो संसाधन हैं, वह महामारी फैली तो सीमित हो जाएंगे।

प्रशासन के सारे इंतजाम 'ऊंट के मुंह में जीरे' के समान हो जाएंगे। हालांकि प्रशासन ने हमारे जीवन की रक्षा के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। जोधपुर शहर की आबादी 16 लाख और पूरे जिले की बात करें तो 36 लाख है। डब्यूएचओ व भारत सरकार की गाइडलाइन अनुसार हम जितना घरों में रहेंगे, उतनी बीमारी कम फैलेगी। बीमारी कम फैलेगी तो इन संसाधनों की हमें कतई आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

ये हैं हमारे संसाधन
-जोधपुर में 5995 कुल बैड
-कोविड-19 के लिए 1348 सुरक्षित
-आइसोलेशन के लिए 791 बैड
-आइसीयू के लिए 359 बैड
-251 वेंटिलेर

हालात को समझने की जरूरत
प्रदेश में राज्य सरकार ने करीब एक लाख बैड सुरक्षित रखने के निर्देश हैं। शहर के चारों दिशाओं में कोरेंटाइन सेंटर बनाए जा रहे हैं। अभी तक जोधपुर में आए 6 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की हिस्ट्री विदेश से ट्रेवल करने की है। समय रहते सभी रोगी सामने आ गए। कम्यूनिटी में कोरोना वायरस को रोकने की जरूरत है, क्योंकि अभी कौन संक्रमित है या हो चुका है, इसकी जानकारी प्रशासन के पास नहीं है। इसलिए हमें घरों में रहने की नसीहत दी जा रही है। कम्यूनिटी संक्रमण यानी के ऐसे आदमी को रोग न हो, जो बाहर से नहीं आया हो। इसके लिए हम सभी को घरों में रहने की नसीहत दी गई है।

हमारे पास इतनी मशीनरी लेकिन आप सजग रहे तो जरूरत नहीं पड़ेगी

अस्पताल - कुल बैड- चिन्हित बैड- आइसोलेशन बैड- आईसीयू बैड- वेंटिलेटर

डॉ. एसएन मेडिकल (एमडीएमएच) - 2656 - 550 - 513 - 110 - 116
रेलवे अस्पताल - 117 -10 - 10 - 5 - आवश्यकता पर
एम्स जोधपुर - 790-180 - 180 - 20 - 47
7-8 निजी अस्पताल -2432-608 -88 -224 - 88

इनका कहना है
इस बीमारी में आपात स्थिति से निबटने के लिए प्रशासन सजग है। मैनपॉवर व मशीनरी जनता के लिए तैयार है। सावधानी और खुद की सुरक्षा से ही कोरोना वायरस से बचाव होगा। शहर बीमारी से जीते, इसलिए सभी घरों में रहे।
- डॉ. जीएल मीणा, प्रिंसिपल, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज