इस साल एकमात्र सोमवती अमावस्या
हिंदू पंचाग के अनुसार हर महीने अमावस्या आती है लेकिन सनातन धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है। वर्ष २०२१ में इस बार 12 अप्रेल को ही एकमात्र सोमवती अमावस्या का संयोग बना है। ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान-पुण्य और दीपदान करने का बहुत महत्व है। अमावस्या तिथि रविवार सुबह शुरू होकर सोमवार सुबह ८ बजे तक रहेगी। पं. ओमदत्त शंकर ने बताया कि अमावस्या रविवार को सुबह ६ बजकर ३ मिनट से शुरू होकर सोमवार सुबह ८ बजे तक रहेगी।
हिंदू पंचाग के अनुसार हर महीने अमावस्या आती है लेकिन सनातन धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है। वर्ष २०२१ में इस बार 12 अप्रेल को ही एकमात्र सोमवती अमावस्या का संयोग बना है। ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान-पुण्य और दीपदान करने का बहुत महत्व है। अमावस्या तिथि रविवार सुबह शुरू होकर सोमवार सुबह ८ बजे तक रहेगी। पं. ओमदत्त शंकर ने बताया कि अमावस्या रविवार को सुबह ६ बजकर ३ मिनट से शुरू होकर सोमवार सुबह ८ बजे तक रहेगी।