—- वॉकिंग पाथ बनाया, नहीं लगाई रेलिंग प्रदेश के दूसरे सिंथेटिक ट्रेक के साथ आमजन के लिए ट्रेक से मात्र २ मीटर की दूरी पर वॉकिंग पाथ बनाया गया। विशेषज्ञों के अनुसार,अन्तरारष्ट्रीय स्तर के सिंथेटिक ट्रेक व उसके आसपास के एरिना में एथलीट्स व खेलकूद गतिविधियों के अलावा कुछ नहीं होता है जबकि यहां पर ट्रेक के पास वॉकिंग पाथ बनाया गया , जो अन्तरराष्ट्रीय मानकों के विरूद्ध है। जयपुर में अन्तरराष्ट्रीय स्तर का सिंथेटिक ट्रेक है, वहां वॉकिंग पाथ नहीं है और वहां पर खिलाडि़यों के अलावा आमजन के प्रवेश का कोई नियम नहीं है।
——- ये काम अब भी बाकी – वॉर्मअप जोन नहीं है। – वॉकिंग पाथ की मरम्मत। वॉकिंग पाथ जगह-जगह से उखड़ चुका है और खड्डे हो गए है। – ‘डी ’ कर्व व फुटबॉल मैदान के एण्डलाइन के बीच ड्रेनेज सिस्टम नहीं है। जिस वजह से फुटबॉल मैदान की पानी की सीलन ‘डी ’ कर्व में जा रही है, और ‘डी ’ कर्व उखड़ रहा है। इसी वजह कई जगहों पर ट्रेक उखड़ चुका है।
– ट्रिपल जम्प का पिट नहीं है। – लॉंग जम्प का एरिना अधूरा पड़ा है। रनवे सीमेंटेड है, नियमानुसार सिंथेटिक या कच्ची मिट्टी का होना चाहिए। – जेवेलिन थ्रो का एरिना नहीं है। इस वजह से हादसा होने का भी अंदेशा रहता है।
——- गौशाला मैदान में सिंथेटिक ट्रेक व वॉकिंग पाथ के बीच रेलिंग लगाई जाएगी। शाला क्रीड़ा संगम गौशाला मैदान विकास समिति की बैठक में निर्णय लिया जा चुका है। जल्द ही काम शुरू कराया जाएगा।
भल्लूराम खींचड़, सचिव शाला क्रीड़ा संगम गौशाला मैदान विकास समिति