पुलिस का कहना है कि सुरेश खिलेरी हत्याकाण्ड में भोमाराम के साथ श्यामलाल भी वांछित है। श्यामलाल के जन्मदिन होने व हुबली के एक फार्म हाउस पर पार्टी मनाए जाने की सूचना थी। पुलिस ने हुबली में कई ठिकाने तलाशने के बाद फार्म हाउस को ढूंढ निकाला था। पुलिस को फार्म हाउस में घुसते देख श्यामलाल व कई अन्य आरोपी भाग निकले थे। सिर्फ दो बदमाश ही हाथ लगे थे।
आपसी रंजिश व गैंगवार के चलते गत ६ जुलाई की मध्यरात्रि बाद चौतीना चौराहे पर परस्पर विरोधी फायरिंग हुई थी। गोली से सुरेश की हत्या कर दी गई थी। उसके पिता किशनाराम ने भोजासर थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया था। ऊर्जाराम गोरछिया ने भी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद गत वर्ष ८ दिसम्बर को चाडी गांव में यूको बैंक के बाहर गवाह पर फायरिंग की गई थी। मानवेड़ा निवासी मांगीलाल विश्नोई घायल हो गया था। अब तक विकास पुत्र रामरतन, उग्रसेन पुत्र सोढ़ाराम, श्याम पुत्र तेजाराम गोदारा, रामनिवास उर्फ रामचन्द्र पुत्र सोहनलाल, रामकुमार पुत्र किशनाराम, रमेश उर्फ रामा पुत्र मोहनराम, प्रदीप जाणी पुत्र बाबूराम गिरफ्तार हो चुके हैं।
हत्या का आरोपी भोमाराम बांगड़वा भोजासर के अलावा नागौर के सदर थाने में भी वांछित है। उसके खिलाफ सदर थाना पुलिस कोर्ट में चालान भी पेश कर चुकी है। वहीं, राजू मांजू लोहावट थाने का हिस्ट्रीशीटर व हार्डकोर बदमाश है। ४ जून २०१७ को मूलत: लोहावट में सिंहड़सर हाल इंदों का बास अशोक कुमार बिश्नोई से डोडा पोस्त जब्त किया गया था। मुख्य सप्लायर राजू मांजू था। जो फरार हो गया था। उसके खिलाफ महामंदिर, शास्त्रीनगर, मथानिया, करवड़, बीकानेर के बज्जू, पाली में सदर, बाड़मेर के कोतवाली, जोधपुर ग्रामीण के लोहावट, फलोदी, मतोड़ा, भोजासर थानों में २१ से अधिक मामले दर्ज हैं। जो हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, चोरी, नकबजनी, मारपीट, आम्र्स एक्ट, ३ पीडीपीपी एक्ट, मादक पदार्थों की तस्करी आदि के मामले हैं। तेरह मामलों में कोर्ट में चालान पेश हो चुका है। कई थानों स्थाई वारंट जारी हो रखे हैं। वह बाड़मेर के कोतवाली थाने का भी वांछित है।