केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को जोधपुर में विश्व मरुस्थलीकरण और सूखा रोकथाम दिवस के उपलक्ष्य पर अरिड फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आफरी) में 'मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की रणनीति' विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहे।
कार्यशाला का आयोजन 2025 की वैश्विक थीम 'भूमि को पुनर्स्थापित करें, अवसरों को खोलें' के अनुरूप किया गया, जिसका उद्देश्य भूमि पुनर्स्थापन के माध्यम से जलवायु सहनशीलता, जैव विविधता और सतत ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना था। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमें प्रकृति ने सबकुछ दिया है। प्रकृति की हर चीज मानव के लिए उपयोगी है, लेकिन मानव की बनाई बहुत सी चीजें प्रकृति को नुकसान पहुंचा रही हैं। फ्रीज इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि मनुष्य ने बहुत कुछ बना लिया, लेकिन प्रकृति का विकल्प नहीं बना सका है। हम पौधे की गुणवत्ता सुधार सकते हैं, लेकिन कारखाने में गेहूं नहीं बना सकते।
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कांग्रेस पर साधा निशाना
इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की ओर से जातिगत जनगणना दोबारा करवाने की योजना की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की पिछड़े वर्गों और ओबीसी वर्ग के प्रति नीयत को दर्शाता है। इन्होंने काका कालेलकर आयोग को लागू नहीं होने दिया, मंडल कमीशन की सिफारिशों को भी ठंडे बस्ते में डाला। ओबीसी को आरक्षण केवल तब मिला जब कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई।
Updated on:
17 Jun 2025 07:07 pm
Published on:
17 Jun 2025 06:27 pm