scriptसब मिलकर करेंगे संरक्षण तभी सार्थक होगा पर्यावरण दिवस | Woman Power Ideas on Environment Day At Kudi Jodhpur Basni Hyper | Patrika News

सब मिलकर करेंगे संरक्षण तभी सार्थक होगा पर्यावरण दिवस

locationजोधपुरPublished: Jun 03, 2018 04:11:05 pm

पर्यावरण दिवस पर नारी शक्ति के विचार

Woman Power Ideas on Environment Day At Kudi Jodhpur Basni Hyper

बासनी. पर्यावरण दिवस पर नारी शक्ति के विचार


बासनी (जोधपुर).
पूरे विश्व में 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है, इस दिन लोग पौधरोपण कर पर्यावरण के प्रति अपना प्रेम जग जाहिर करेंगे, लेकिन क्या वास्तव में मात्र पौधे लगा देने मात्र से ही पर्यावरण का संरक्षण हो जाएगा? इसके लिए जरुरत है तो कुछ अलग हटकर करने की। इन्हीं मुद्दों पर चर्चा के लिए बासनी पत्रिका ने परिचर्चा का आयोजन किया। जिसमें युवाओं ने अपने विचार रखते हुए पर्यावरण व पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्प लिया।
इनका कहना है-
पर्यावरण के लिए बड़ी बड़ी बातें तो सभी करते हैं, लेकिन पर्यावरण संरक्षण के लिए हकीकत में कोई प्रयास नहीं करता। जहां घने जंगल हुआ करते थे, वहां आज शहर बस गए। ऐसे में पर्यावरण का फायदा हमें कहां से मिल पाएगा। जल्द ही मानव नहीं चेता तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
सोनू सोनी
पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करना होगा। क्योंकि मात्र पौधे लगा देने मात्र से ही पर्यावरण का संरक्षण नहीं हो सकेगा। हम सभी को पर्यावरण के महत्व को समझना होगा। तभी पर्यावरण का सही मायने में सरंक्षण हो पाएगा।
आशा यादव

पर्यावरण प्रकृति का अद्वितीय उपहार है। पर्यावरण जितना अच्छा होगा, उतना ही फायदा मानव को मिलेगा। हरियाली की सुंदरता दिल को सुकून देती है, लेकिन हम ही अगर पर्यावरण का संरक्षण करने में कदम पीछे खीचेंगे तो पर्यावरण का पतन होना निश्चित है। इसलिए सभी पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपना प्रेम दिखाएं।
धीरज राठौड़
प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में यह संकल्प लेना चाहिए कि वो जीवन में एक पेड़ अवश्य लगाएगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए दिखावे के बजाय हकीकत में सबको आगे आना होगा। क्योंकि सभी के सामूहिक प्रयासों से ही हम प्रकृति की अनमोल विरासत को सहेज सकेंगे।
मनीषा विश्नोई
आमजन से यही कहना चाहूंगी कि पौधे लगाएं तो उनकी देखभाल का भी संकल्प लें। क्योंकि कई बार महज दिखावे के चलते लोग अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण तो कर देते हैं, लेकिन उनकी देखभाल कोई नहीं करता है। जिससे पौधे जल कर नष्ट हो जाते हैं।
दिव्या राठौड़
आज देश में हर कोई पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा है, लेकिन मात्र पौधरोपण करने से ही पर्यावरण का संरक्षण नहीं होगा। इसके लिए एक लक्ष्य को निर्धारित करना पड़ेगा। तभी जाकर पर्यावरण को संरक्षित करने का प्रयास हम कर पाएंगे।
सरोज पंवार
देश में पर्यावरण संरक्षण को लेकर कोई गंभीर नहीं है। स्वयं सरकार भी नहीं। क्योंकि एक तरफ तो शहरीकरण के नाम पर अंधाधुंध वनों की कटाई की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकारें वनों के संरक्षण का संदेश दे रही है। इससे पर्यावरण पे्रमियों में निराशा है।
दीपा कंवर
देश में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ चुका है कि सांस लेने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुद्ध हवा सबको चाहिए, लेकिन पौधे लगाना कोई नहीं चाहता। इसी वजह से देश में पर्यावरण की प्रगति दिनों दिन घट रही है। नतीजन बारिश कम होना, तेज गर्मी का सामना करने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही है।
पूनम जांगिड़
वर्तमान में पर्यावरण को सबसे ज्यादा खतरा प्रदूषण से ही है। क्योंकि कारखानों से निकलने वाले रासायनिक पानी, धुंए, केमिकल आदि से पर्यावरण को हानि पहुंच रही है। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार को प्रदूषण पर नियंत्रण करने का प्रयास करना चाहिए।
किरण शेखावत
शहर में धड़ल्ले से धुआं छोडऩे वाले वाहन चल रहे हैं। इन वाहनों पर यातायात विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे पर्यावरण को हानि पहुंच रही है, लेकिन जिम्मेदारों को हाथ पर हाथ धरे बैठने के सिवा कुछ भी नहीं सूझ रहा। ऐसे में पर्यावरण पर खतरा बढ़ रहा है।
पायल जांगिड़
पर्यावरण के संरक्षण की जिम्मेदारी हम सबकी है, लेकिन हम स्वयं ही पर्यावरण के संरक्षण के लिए उचित प्रयास नहीं कर रहे हैं। वर्तमान में उद्योगों की ओर से हस्तशिल्प उत्पाद बनाने के नाम पर धड़ल्ले से पेड़ों को काटकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वहीं हम सब यह देखकर भी चुप बैठे हैं।
ज्योति जांगिड़
कुछ गलती हमारी भी है, हम स्वयं ही पेड़ों को काट रहे हैं, पर्यावरण संरक्षण पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। पर्यावरण संरक्षण का संदेश तो सभी दे रहे हैं, लेकिन इसके लिए आगे आकर कोई पहल नहीं कर रहा है। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण कैसे हो पाएगा।
नीलम जांगिड़
नेता हो या समाजसेवी सिर्फ पौधे लगाकर भूल जाते हैं। पौधरोपण करने के नाम पर महज फोटो खींचाकर दिखावा करना ही पर्यावरण संरक्षण नहीं है। इसके लिए जरुरी है पर्यावरण के प्रति प्रेम। क्योंकि पर्यावरण के प्रति प्रेम होगा तभी हम पर्यावरण का संरक्षण कर सकेंगे।
नवरंगी विश्नोई
देश भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए मुहिम चलाई जा रही है, लेकिन यह मुहिम तभी सफल हो पाएगी जब आम जन पेड़ पौधों के प्रति अपनत्व का भाव दिखाएगा। क्योंकि पर्यावरण का संरक्षण करने से ही प्रकृति से मिलने वाले उपहारों का फायदा हमें मिल पाएगा
सुलोचना विश्नोई
उद्योगों की ओर से किए जा रहे प्रदूषण के परिणामस्वरुप पर्यावरण पर संकट खड़ा हो गया है, लेकिन प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है। प्रशासन की ओर से न तो प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर कोई कार्रवाई हो रही है, न पर्यावरण संरक्षण के लिए कोई प्रयास।
सोनू विश्नोई
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो