प्रदेश में आयुर्वेद के 11 कॉलेज हैं। इसमें से दो सरकारी कॉलेजों जोधपुर का यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ आयुर्वेद और उदयपुर का राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय को ही मान्यता मिली है। शेष 9 निजी कॉलेजों को मान्यता नहीं दी गई। ऐसे में केवल 200 सीटों के लिए फिलहाल आयुष काउंसलिंग हो रही है। 570 सीटों पर प्रवेश बंद है।
प्रदेश में वर्तमान में होम्योपैथी का एक भी सरकारी कॉलेज नहीं है। सभी 9 कॉलेज निजी है। अभी तक केवल 5 निजी होम्योपैथिक कॉलेजों को मान्यता दी गई है, जिनकी 435 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया चालू है। शेष 4 कॉलेजों की 235 सीटों पर प्रवेश बंद है।
राज्य में यूनानी के तीन कॉलेज हैं। इसमें एक कॉलेज सरकारी है। शेष निजी है। राजस्थान आयुर्वेद विवि के टोंक स्थित यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ यूनानी की 63 सीटों पर ही केवल प्रवेश दिया जा रहा है। जयपुर के दो निजी यूनानी कॉलेजों को मान्यता नहीं मिली। ऐसे में उनकी 90 सीटों पर प्रवेश बंद है।
-प्रो राजेश शर्मा, चेयरमैन, राजस्थान यूजी/पीजी आयुष काउंसलिंग बोर्ड