26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पहले बांधी काली पट्टी फिर शिक्षाकर्मियों ने शुरू की उत्तरों की जाँच

मूल्यांकन के दूसरे दिन बुधवार को शिक्षाकर्मियों ने काली पट्टी लगाकर प्रतिकात्मक बहिस्कार किया।

2 min read
Google source verification
CGBSE paper check

कांकेर. छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में बोर्ड परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य प्रारंभ हो गया है। मूल्यांकन के दूसरे दिन बुधवार को शिक्षाकर्मियों ने काली पट्टी लगाकर प्रतिकात्मक बहिस्कार किया। विदित हो कि पहले दिन करीब 50 शिक्षकों ने पांच -पांच पेपर की जांच की। मूल्यांकन केंद्र शासकीय कन्या उच्च माध्यमिक शाला में एक लाख उत्तरपुस्तिकाएं सभी विषयों की जांच होनी है।

शिक्षकों को कहा- बरतें जरुरी सावधानियां

छग. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार भी शासकीय कन्या उमावि को मूल्यांकन केन्द्र बनाया है। मंगलवार को मूल्यांकन केंद्र में केंद्र प्रभारी सविता पोया, सहायक केंद्राध्यक्ष राजेश बोरकर, सहायक संचालक राजेंद्र ठाकुर ने ब्रिफिंग आयोजित कर शिक्षकों को पेपर जांचते समय सावधानी बरतने, अंकों की गणना, किसी भी प्रकार त्रुटि न करने सहित अन्य विषयों की जानकारी दी।

READ MORE : शिक्षाकर्मियों ने कहा- अब काली पट्टी बांधकर पूरा होगा मूल्यांकन कार्य

जाँच में पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी

इसके बाद शिक्षकों ने अपना पंजीयन कराया। पंजीयन उपरांत करीब 50 हिन्दी व संस्कृत के शिक्षकों को पांच-पांच पेपर देकर जांच करवाया गया। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी टीपी साहू भी स्कूल पहुंचकर पूछताछ किए। शाला में रामजीवन सिन्हा, हेमंत टाकसाले सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।

मूल्यांकन कार्य सुबह 10.30 बजे 4.30 बजे तक मूल्यांकन का काम होना है। इस काम में रेगुलर शिक्षक व शिक्षाकर्मियों के कुल 419 ने अपना पंजीयन कराया है। शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा के शिक्षाकर्मियों ने मंगलवार को मूल्यांकन कार्य का पूर्ण बहिष्कार किया। बुधवार से जिले के शिक्षाकर्मी मूल्यांकन काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया।

विभाग के अनुसार केंद्र में एक लाख उत्तरपुस्तिकाएं आई हैं। कुछ दिनों में और पेपर आने की बात कही जा रही है। विज्ञान विषय के जांच के लिए 40, अंग्रेजी के लिए 44, गणित के 40, फिजिक्स के 9, हिन्दी के 82, सामाजिक विज्ञान के 84, जीवविज्ञान के 22, संस्कृत के 71 और कामर्स के 20 शिक्षकों का पंजीयन हुआ है।