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Dr. APJ Abdul Kalam: डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की सादगी को आज भी करते हैं नमन, इत्र ले गए अपने साथ

मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम कन्नौज में सोलर प्लांट के उद्घाटन कार्यक्रम में आए थे। उनकी सादगी आज भी लोगों को याद है। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें इत्र भेंट किया था।

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Dr. APJ Abdul Kalam: पर्यावरण के लिए चिंतित, पौधारोपण के लिए दिलाया संकल्प, इत्र ले गए अपने साथ

Dr. APJ Abdul Kalam: पर्यावरण के लिए चिंतित, पौधारोपण के लिए दिलाया संकल्प, इत्र ले गए अपने साथ

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने पर्यावरण को लेकर बड़ा संदेश दिया था। इस दौरान मौजूद लोगों को उन्होंने पौधारोपण के लिए हाथ उठाकर संकल्प दिलाया। उनकी छवि आज भी कन्नौज वासियों के मन में बसी है। जिन्हें देखने और सुनने के लिए कार्यक्रम स्थल पर जनसैलाब उमड़ा था। एपीजे अब्दुल कलाम अंग्रेजी भाषण में लोगों को एक एक पॉइंट का मतलब समझाते थे। अंग्रेजी भाषण का हिंदी अनुवाद लोगों को सुनाया गया।

पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कन्नौज के तिर्वा तहसील के अंदुआहार में सोलर प्लांट के उद्घाटन कार्यक्रम में आए थे। 7 जुलाई 2015 को हुए उद्घाटन कार्यक्रम में उनका भाषण पर्यावरण के महत्व पर केंद्रित था। उन्होंने कहा कि सोलर प्लांट से पर्यावरण का संरक्षण होता है। इसके साथ ही सस्ती बिजली भी मिल रही है। उनके आवास पर भी सोलर प्लांट लगा है। उन्होंने देशभर में सोलर प्लांट स्थापित करने पर जोर दिया था।

पूर्व राष्ट्रपति के प्रति लोगों में जबरदस्त आकर्षण

कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते ही पूर्व राष्ट्रपति ने कुर्सी में बैठने के पहले लोगों को नमस्कार किया, तो सभी लोग खड़े होकर उनका अभिवादन करने लगे। लाख बहोसी पक्षी विहार को भी देखने गए। पक्षी विहार के गेस्ट हाउस में उन्होंने शाकाहारी भोजन किया। जिसमें बैगन की भुजिया, करेला, तरोई, कुंदरू की सब्जी थी। इसके साथ ही चावल सलाद, नींबू के अचार के साथ रोटी का भी स्वाद लिया। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें कन्नौज का इत्र भी भेंट किया। अखिलेश यादव द्वारा दिए गए इत्र की शीशी को उन्होंने सभी को दिखाया।

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अबुल पाकिर जैनुलआब्दीन अब्दुल का जीवन परिचय

एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु राज्य के रामेश्वरम रामनाथपुरम में हुआ था। उनकी मृत्यु 27 जुलाई 2015 को 83 साल की उम्र में हुआ था। जब वह मेघालय के शिलांग में शैक्षणिक कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। एपीजे अब्दुल कलाम की पहचान मिसाइल मैन से होती थी। जिन्हें जनता के राष्ट्रपति के नाम से भी जाना जाता है।