आईआरसीटीसी ने यात्रियों को क्वालिटी युक्त चाय मुहैया कराने के उद्देश्य से कीमत बढ़ाई है. हालांकि रेल यात्री आईआरसीटीसी के इस फैसले को सही नहीं मानते हैं. उनका कहना है कि एक साथ तीन रुपए बढ़ाने ठीक नहीं है. कुछ यात्रियों ने चाय की क्वॉलिटी पर भी ध्यान देने के लिए कहा है. कारण है कि जब तक चीज़ की क्वालिटी ठीक नहीं होगी, तब तक पैसे बढ़ाने का कोई फायदा ही नहीं है. भला ज्यादा कीमत पर लोग पानी जैसी चाय क्यों पिएंगे.
ट्रेन में पहले से ही चाय व अन्य खाने पीने के सामानों में ओवरचार्जिंग की जाती है. निर्धारित रेट पर तो कोई चीज बेची नहीं जाती है. ऐसे में दाम बढ़ा देने किसी भी तरह से उचित नहीं है. ऐसे में कुछ लोगों का ये भी कहना है कि चाय के दाम में एक साथ तीन रुपए बढ़ाना कहीं से तर्कसंगत नहीं है. अगर दाम बढ़ाने भी थे तो एक या फिर दो रुपए बढ़ाने चाहिए. लोगों के अनुसार दाम बढ़ाने से पहले कोई फीडबैक नहीं लिया गया है.
कुछ तो यहां तक कहना है कि आईआरसीटीसी आए दिन खाने-पीने की चीजों के दाम तो बढ़ाता रहता है, लेकिन क्वॉलिटी पर कोई ध्यान नहीं देता है. वेंडर जमकर मनमानी करते हैं. ओवरचार्जिंग के बाद भी घटिया सामान बेचते हैं.